
मसूरी। आज जहां पाश्चात्य संस्कृति के रंग में युवा पीढ़ी हमारी पुरातन संस्कृति को भुलाते जा रहे हैं वहीं विदेशी लोगों पर भारतीय संस्कृति का रंग चढ़ता जा रहा है जहां हम अपनी बोली भाषा और संस्कृति से विमुख होते जा रहे हैं वहीं विदेश से आए लोग भगवत गीता का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। श्री कृष्ण की भक्ति में पूरे भारत में घूम-घूम कर श्री कृष्ण भगवान की आराधना और उनके विचारों को आम लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
आजकल माल रोड पर रसिया से आए भक्तों ने वीणा की धुन पर भजन सुना कर देसी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया और हिंदू धर्म के बारे में जानकारी दी। इस्कॉन संस्था की तरफ से आए इन लोगों द्वारा अब तक भारत के 40 से 50 शहरों में भागवत गीता का प्रचार किया गया है। वहीं उत्तराखंड के ऋषिकेश हरिद्वार में भी काफी समय तक प्रवास के दौरान लोगों को भागवत गीता से रूबरू करवा रहे हैं। इन्होंने 5 साल तक वृंदावन में बिताए हैं।
रसिया से आई भरत नलिका ने बताया कि भगवान कृष्ण के आशीर्वाद से उन्हें यह सौभाग्य मिला है। इस मौके पर उबैद ने बताया कि रसिया से आए यह लोग बहुत कम हिंदी बोलते हैं और पिछले लगभग 40 वर्षों से भगवत गीता का प्रचार प्रसार कर रहे हैं इन लोगों की हिंदू धर्म पर बहुत आस्था है।















