कानपुर। महाशिवरात्रि के मौके पर शिवभक्तों के साथ-साथ मुस्लिम बिरादरी भी भोलेनाथ का इस्तबाल करेगी। मुस्लिम क्षेत्रों से शिव बारात गुजरने पर छतों से फूल बरसाए जाएंगे, साथ ही बारातियों के लिए जगह-जगह पर स्वल्पाहार की व्यवस्था होगी। देवाधिदेव की बारात में विध्न ने पड़ने पाए, इसलिए मंगलवार को प्रशासन ने क्षेत्रीय इकाइयों से बैठक कर व्यवस्था को समझा और सहयोग का भरोसा दिया।
लालबंगला क्षेत्र से निकलने वाली कानपुर की सबसे बड़ी शिव बारात को लेकर जाजमऊ क्षेत्र में बैठक हुई। इस मौके पर जाजमऊ के इमाम गुलाम कादरी ने कहाकि इस साल भाईचारे के रिश्ते में नया अध्याय जुड़ेगा। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में शिव बारात का जोरदार स्वागत होगा। दूसरी ओर, घाटमपुर में मंगलवार दोपहर शिव बारात के आयोजकों संग पुलिस और प्रशासन ने तैयारियों को जांचा-परखा और संबंधित लोगों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। गौरतलब है कि हर साल बरीश्वर महादेव मन्दिर से उठने वाली शिव बारात में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है। व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। बैठक में एसडीएम यादुवेंद्र वैश्य और एसीपी घाटमपुर रंजीत कुमार ने कार्यक्रम के आयोजकों से भीड़ के बारे में जानकारी जुटाई। बाद में दोनों अधिकारियों ने शिव बरात के रूट का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है।
उन्होंने महिला भक्तों के बैठने के लिए अलग व्यवस्था करने की बात कही है। अधिकारियों ने बताया कि शिव बारात वाले दिन कानपुर सागर हाईवे पर वाहनों का रूट डायवर्ट रहेगा। घाटमपुर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने कुष्मांडा देवी मंदिर स्थित शिव बरात पंडाल का निरीक्षण कर भक्तों के बैठने की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है और साफ-सफाई के निर्देश दिए। एसीपी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।