
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश में तहलका मचा दिया है। यहां बीमा के दो करोड़ रुपये हड़पने की साजिश में युवकों ने दोस्त को जिंदा जला दिया और खुद की मौत का नाटक रचकर भाग गए। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
राजापुर थाना क्षेत्र के सिकरी अमान के पास 29/30 जून की रात को जली हुई कार में शव मिलने की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। मुखबिर की सूचना पर सोमवार को एसओजी और राजापुर थाना पुलिस की टीम ने रैपुरा के आनंदपुर गांव में एक घर पर छापा मारा। वहां, आश्चर्यजनक रूप से, मप्र के रीवा जिले के थाना जवा कनपुरा निवासी सुनील सिंह पटेल अपनी पत्नी हेमा सिंह के साथ जिंदा मिला।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने अत्यधिक कर्ज और बीमा के दो करोड़ रुपये हड़पने के मकसद से यह साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि, 45 लाख रुपये का कर्ज लेकर उन्होंने लोन से हार्वेस्टर खरीदा था, और इसे चुकाने के लिए उन्होंने बीमा कराई थी। कर्ज की बढ़ती किश्तें और आर्थिक तंगी के कारण, दोनों ने मिलकर यह खतरनाक योजना बनाई।
सुनील सिंह ने यूट्यूब से बीमा की रकम हड़पने का तरीका सीख लिया था। उसने अपने एक दोस्त को यह सुझाव दिया कि वह कार में शराब पिलाकर बेसुध कर देगा और फिर कार में विस्फोट कर उस व्यक्ति को जिंदा जला देगा। योजना के अनुसार, उसने 28 जून को नशे में धुत युवक विनय चौहान से दोस्ती गांठ ली। फिर, 29 जून को शराब पार्टी के दौरान, विनय को कार में बैठाकर उसे पहले खूब शराब पिलाई गई।
रात को, रात्रि के दौरान, सुनील ने अपने घर से निकली गैस सिलिंडर की पिन दबा दी। उसने कार के शीशे का एक हिस्सा खोलकर विनय के ऊपर कपूर डाल दिया, फिर बाहर से कपूर जला कर कार के अंदर डाल दिया। इस दौरान, शीशे बंद कर दी गई और अंदर आग लग गई। कार में विस्फोट हो गया, और विनय की मौत हो गई।
सुनील और उसकी पत्नी ने इस हादसे की खबर को सार्वजनिक कर दिया कि विनय की कार में आग लगने से मौत हो गई है। उन्होंने शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया।
शक होने पर पुलिस ने जांच शुरू की और जब विनय को जिंदा पाया गया तो पूरा मामला सामने आया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। विनय के भाई विकास को बुलाकर डीएनए सैंपल लिया गया है ताकि मौत की सही पहचान की जा सके।
एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल सर्विलांस और रास्ते के ट्रैफिक डेटा की मदद से इस साजिश का पर्दाफाश किया है। एसपी ने टीम को दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है।