सफाई व्यवस्था का दावा करने वाला दिल्ली नगर निगम फेल

भजनपुरा में गंदगी से अटी पड़ी हैं नालियां, नहीं लगती झाडू


भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली। शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए कभी दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना दिल्ली में सफाई के लिए खुद झाडू उठाते तो कभी विधायक। फिर खूब भाषण दिए जाते हैं कि अपने शहर को कैसे स्वच्छ और साफ सुथरा बनाना है। फिर कहा जाता है अब नगर निगम सफाई के लिए नई पहल करने जा रहा है। दिल्ली नगर निगम भी सफाई के बड़े बड़े दावे करता है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के घोंडा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नं 230 में गंदगी का यही आलम है। भजनपुरा डी ब्लॉक की अधिकांश गलियों का यही हाल है। भजनपुरा डी ब्लॉक की गली नंबर 15 की नालियों को देखा जाए तो खुद नगर निगम भी शर्माजाए। नारी गंदगी से पटी हुई है। नालियों में कूड़ा भरा होने के कारण पानी सड़क भर जाता है। नालियों की सफाई होती है तो महीने में एक दो बार। नाली में सफाई के दौरान जो कूड़ा निकलता है, वह 8-10 दिन तक ऐसे ही पड़ा रहता है।
गली नंबर 15 में रहने वाले अस्सी वर्षीय टीकम सिंह का कहना है कि गली में सफाई व्यवस्था चौपट है। गलियां कूड़े से भरी रहती है, 15 दिन बाद गली से कूड़ा निकला जाता है। हफ्ते में एक दो बार झाडू लगाई जाती है। गली में गंदगी को भरमार है। पानी सड़क पर भरा रहता है। नगर निगम का कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। 29 अक्टूबर को सफाई निरीक्षक मुकेश को फोन कर गली की गंदगी की समस्या से अवगत कराया था । उन्होंने कहा कराते हैं, कोई नहीं आया। समस्या ज्यों के त्यों बनी हुई है।
सफाई के संबंध में दो महीने पूर्व क्षेत्र के विधायक अजय महावर को भी अवगत कराया गया था। उन्होंने सफाई करवाई थी। विधायक से कब तक शिकायत की जाए। निगम पार्षद हो तो उनसे शिकायत कर सकते हैं। अब किससे कहें।
नगर निगम शहर की साफ सफाई को लेकर दावे करता है, लेकिन हर बार निगम के दावे फेल साबित हुए। जगह-जगह गंदगी का अंबार दिखा। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के दावे ढकोसला साबित हो रहे हैं।

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