
महाराष्ट्र। मुंबई सहित महाराष्ट्र में ठंड बढ़ गई है। मुंबई में पिछले एक दशक का रिकॉर्ड टूटा है और बुधवार को इस मौसम की सबसे ठंडी सुबह दर्ज की गई है। शहर में न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दस वर्षों में नवंबर महीने में सबसे कम तापमान है। इसके साथ ही मुंबई शहर की आबोहवा भी बिगड़ गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब श्रेणी में आ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में कड़ाके ठंड पड़ रही है। उत्तर से से आ रही ठंडी हवाओं के कारण महाराष्ट्र के मौसम में बदलाव आया है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के सांताक्रूज में बुधवार को 16.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जिसने दिसंबर 2016 के न्यूनतम तापमान के नौ साल के रिकॉर्ड को तोड़ा है। दिसंबर 2016 में न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिसंबर 2015 से अब तक का यह सबसे कम तापमान है।
राज्य के कोंकण, उत्तर महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में भी न्यूनतम तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है. मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिनों तक तापमान में गिरावट जारी रहने का अनुमान जताया है. नाशिक और जलगांव में भी पिछले दो दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट आई है. राज्य के कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. बुधवार को धुले में सबसे कम 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मुंबई में दस साल का रिकॉर्ड
पिछले एक दशक के मुंबई के सर्द मौसम पर गौर करें तो दिसंबर 2015 में 18.2 डिग्री सेल्सियस, दिसंबर 2016 – 16.3 डिग्री, दिसंबर 2017 – 18 डिग्री, दिसंबर 2018 – 19.2 डिग्री, दिसंबर 2019 – 20.5 डिग्री, दिसंबर 2020 – 19.2 डिग्री, दिसंबर 2021 – 19.8 डिग्री, दिसंबर 2022 – 17 डिग्री, दिसंबर 2023 – 19.7 डिग्री और दिसंबर 2024 में 16.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था।
बीएमसी पर आरोप
मुंबई में गुलाबी ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में भी गिरावट आई है। एक्यूआई खराब श्रेणी में बना हुआ है। मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष रवि राजा ने बीएमसी के कार्यभार पर सवाल उठाया है। उनका आरोप है कि बीएमसी ने हर वार्ड में टीमें गठित की हैं। प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी इन टीमों पर है। मुंबई वासियों में सांस संबंधी कई समस्याएं होने लगी हैं। बीएमसी प्रशासन को उन बिल्डरों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जो प्रदूषण फैला रहे हैं।
दक्षिण भारत में बारिश का अलर्ट
दक्षिण भारत और आसपास के समुद्र में फिर से कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। वायुमंडल धीरे-धीरे खतरनाक स्थिति में पहुंच रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वायुमंडल में बदलाव के कारण 19 नवंबर से 25 नवंबर तक तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। अगले दो दिनों तक दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना है।
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