भास्कर समाचार सेवा
बकेवर/इटावा। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का लखना कस्बा सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र से जबरदस्त जुड़ाव रहा है। 1980 के समय कस्बा के लोगों को जोड़ने के लिए उन्होंने लखना स्थित राधाकृष्ण मंदिर पर बैठक की तो एक कांग्रेस नेता ने उनकी बैठक को हटवा दिया तो लखना चेयरमैन रहे स्वं राजबहादुर सिंह राठौड़ ने सब्जी मंडी के पास बनी धर्मशाला में बैठक कराने का काम किया था।
नेता जी की इस मेहनत में उनका साथ स्वं राजबहादुर सिंह राठौड़ ने अपने चेयरमैन होते हुए मदद करने का काम किया लेकिन उनकी बैठकों को सम्पन्न कराने के लिए उनके मजबूत कार्यकर्ता के तौर पर रामबहादुर पाल,बदन सिंह कुशवाहा गुमानी,सरनाम सिंह एडवोकेट,स्वं बलबीर सिंह यादव,रामप्रकाश पाल के अलाबा रामप्रकाश गुप्ता प्रमुख रहे थे। जब नेता जी सहकारिता मंत्री बने तो उन्होंने रामबहादर पाल व बदन सिंह कुशवाहा को एक राशन की दुकान दिलाई जिससे मीटिंगों व रैलियों में खर्चा करके आ जा सकें। वहीं इसके बाद चेयरमैन लाल राजबहादुर सिंह के इकलौते बेटे अशोक सिंह एडवोकेट जो कि आज भी समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। लखना में जब जब नेता जी चुनाव प्रचार में आये तो उनको बुलाकर मंचासीन कराया और जनसभा की अध्यक्षता कराने का काम किया। एक बार उन्हें सपा के सिम्बल पर चेयरमैन बनाने में मदद की उनके भी सम्बंध आज भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मधुर बने हुए हैं। नेता जी पुरानी बातें कभी भूलते नहीं थे। नेता जी मुलायम सिंह यादव का जुड़ाव लोगों से बढता ही गया गाँव गाँव लोगों को जोड़ने के लिए यह लोग सुबह निकलकर जाया करते थे और शाम को इटावा जाकर नेता जी को रिपोर्ट देते थे। जब नेता जी मुख्यमंत्री बने तो इन लोगों को मंच पर बुलाकर बैठाने व सम्मान देने का काम करते रहे। उनके निधन पर राम बहादुर पाल, बदन सिंह कुशवाहा गुमानी ,सरनाम सिंह कुशवाहा एडवोकेट, बहुत दुखी हैं। एक बार ग्राम रमऊपुर निबासी हरबिन्द यादव की बहिन की शादी गंगापुरा निवासी रामसेवक यादव के बेटे अमरचन्द से तय हो गयी तो बारात आनी थी सड़क सही नहीं थी नेता जी मुख्यमंत्री थे तो रातों रात प्रशासन ने सड़क को तैयार कर दिया तब नेता जी अपने साथी गंगापुरा निवासी रामसेवक के बेटे की बारात में शामिल हुए थे। वह भी ग्रामीण क्षेत्र के लोग नेता जी की इस बात का स्मरण करते हैं वहां के लोग भी बेहद दुखी हैं।