
भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देशों के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने राज्य के कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह के विवादित बयान की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है। सोमवार देर रात गठित इस टीम में राज्य के तीन वरिष्ठ IPS अधिकारी शामिल किए गए हैं।
SIT में शामिल अधिकारी
गठित SIT में शामिल अधिकारी निम्न हैं:
- प्रमोद वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक (IG), सागर रेंज
- कल्याण चक्रवर्ती, उप महानिरीक्षक (DIG), SAF भोपाल
- वाहिनी सिंह, पुलिस अधीक्षक (SP), डिंडोरी
मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलते ही तुरंत टीम गठित करने के निर्देश दिए।

जांच जल्द होगी शुरू, रिपोर्ट जाएगी सुप्रीम कोर्ट में
SIT को सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित किया गया है कि वह इस मामले की गहन जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार करे। यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। सभी तीन अधिकारी वर्तमान में अपने-अपने पदों पर तैनात हैं और उन्हें इस संवेदनशील मामले की निष्पक्ष जांच की जिम्मेदारी दी गई है।
क्या है मामला?
मामला तब सुर्खियों में आया जब जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने 12 मई को इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर कहा:
“जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे, वही कटे-पिटे लोगों को, हमने उन्हीं की बहन भेजकर ऐसी की तैसी कराई… मोदी जी ने उनकी बहन को भेजा, क्योंकि वो खुद कपड़े नहीं उतार सकते थे।”
इस बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं और मामला अदालत तक पहुंच गया।
सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्री शाह को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि यह टिप्पणी बिना सोचे-समझे की गई है और यह पूरी तरह से अनुचित और अस्वीकार्य है।
जब शाह की ओर से माफी की बात रखी गई, तो कोर्ट ने उसे “मगरमच्छ के आंसू” जैसा बताया। इससे पहले मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने इस बयान पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया था, जिसे चुनौती देने के लिए शाह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।