MP : भारी बारिश का दौर जारी, चित्रकूट में घाट डूबे-घरों में घुसा पानी, आज 45 जिलों में अलर्ट

भोपाल : मध्य प्रदेश में मानसून ने अपनी पूरी ताकत दिखानी शुरू कर दी है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। चित्रकूट में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसके चलते रामघाट, भरतघाट सहित सभी प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं। घरों-दुकानों में भी पानी घुस रहा है। मौसम विज्ञान विभाग ने आज शनिवार को भी प्रदेश के 10 जिलों में अति भारी और 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट खासकर प्रदेश के पूर्वी और मध्य क्षेत्र के लिए है, जहां बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका जताई गई है।

प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से तेज बारिश का दौर जारी है। इस मानसूनी सीजन में अब तक करीब 16 इंच बारिश हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा असर है। खासकर मंडला, सिवनी, बालाघाट, मैहर, डिंडौरी, छतरपुर, उमरिया, सतना, कटनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात रहे। सिवनी में 9 घंटे में ही साढ़े 6 इंच पानी गिर गया। 20 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। बारिश की वजह से मंडला जिले में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। यहां 300 मकान समेत कई सड़कें और पुलियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 312 लोगों को रेस्क्यू कर 7 राहत कैंप में रखा गया है।

वहीं, शिवपुरी और ग्वालियर की सीमा पर बना हरसी बांध लबालब भर गया। इससे पानी का ओवरफ्लो होना शुरू हो गया है। इससे दोनों जिलों के करीब 20 गांव में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है। सीधी में लगातार बारिश होने से मकान-दुकानों में पानी भर गया। मैहर में हो रही भारी बारिश के चलते लिलजी नदी उफान पर है। नदी का पानी मां शारदा मंदिर मार्ग में भर गया है। जिसके चलते दर्शनार्थियों के आने-जाने का रास्ता बंद है। सतना जिले के चित्रकूट में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसके चलते रामघाट, भरतघाट सहित सभी प्रमुख घाट जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों से नदी के किनारे न जाने और सतर्क रहने की अपील की है।

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