महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 : महाराष्ट्र चुनाव की तारीखों का अभी तक ऐलान नहीं किया गया हैं, लेकिन भाजपा ने अभी से मोर्चे पर देश भर के नेताओं को तैनात कर दिया है। देश में सबसे मजबूत संगठन वाले मध्यप्रदेश के नेताओं को विदर्भ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महाराष्ट्र को अलग-अलग सेक्टर में बांटा गया है। ताकि जनता तक नेता और कार्यकर्ता पहुंच सके।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद महाराष्ट्र को लेकर भाजपा बहुत सतर्क है। इसी कारण देश भर के चुनिंदा नेताओं को मोर्चे पर लगाया गया है। मध्यप्रदेश के चार दिग्गज नेता नगरीय प्रशासन व विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, सहकारिता तथा खेल व युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग तथा पूर्व गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा को मोर्चे पर लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार तथा शुक्रवार को नागपुर में हुई चुनाव की तैयारी बैठक में मध्यप्रदेश के चारो वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक में चर्चा के बाद नेताओं को अलग-अलग संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अतिविश्वसनीय सूत्रों के अनुसार कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर शहर तथा ग्रामीण, पंचायत व ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल को वर्धा तथा अमरावती, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग को अकोला तथा बुल्धाना तथा पूर्व गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा को भंडारा तथा गोंदिया संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मध्यप्रदेश भाजपा के चारो वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल होने के बाद प्रदेश लौट आए है। वे जल्द ही पार्टी के निर्देशानुसार अपने अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंचकर मोर्चा संभाल लेंगे। यही नहीं भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को भी महाराष्ट्र चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। वे संगठनात्मक कार्य देखने के साथ चुनाव की रणनीति बनाने वाली टीम का हिस्सा होंगे।
एमपी विधानसभा चुनाव में जीत के शिल्पकार रहे, केन्द्रीय गृह मंत्री अमितशाह के करीबी केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव को भी महाराष्ट्र चुनाव की जिम्मेदारी सौपी गई है। शिवप्रकाश को भी महाराष्ट्र भेजा जा रहा है। वरिष्ठ नेताओं के अलावा छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं की टीम भी महाराष्ट्र भेजी जाएगी। भाजपा महाराष्ट्र चुनाव हर हाल में जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए देश भर के नेताओं को मोर्च पर लगाया जाएगा। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के चारो वरिष्ठ नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, डा. नरोत्तम मिश्रा तथा विश्वास सारंग को अलग-अलग चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसमें वे सफल भी रहे।”