
शिवपुरी : शिवपुरी जिला मुख्यालय पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का वाचन लगातार जारी है। इसी दौरान कथा में दर्शन के लिए पहुंचे केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का शास्त्रीजी ने स्वागत किया।
कथा के चौथे दिन पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि “शिवपुरी का अर्थ ही है शिव की नगरी, इसलिए यहां भगवान शिव की 108 फीट ऊंची विशाल मूर्ति स्थापित होनी चाहिए।” उन्होंने सुझाव दिया कि मूर्ति को किसी पर्वत पर स्थापित कर उसका नाम ‘कैलाश’ रखा जाए। साथ ही वहां द्वादश ज्योतिर्लिंग और आध्यात्मिक केंद्र विकसित किए जाएं, जिससे पर्यटन को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
शास्त्रीजी के इस आग्रह को केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कथा मंच से ही तुरंत स्वीकार करते हुए कहा कि यह अनुरोध नहीं बल्कि आदेश है और इसका शत-प्रतिशत पालन किया जाएगा।
शिवपुरी होगी ‘महादेव की नगरी’
शास्त्रीजी ने कहा—
- मूर्ति स्थापित होने के बाद सावन में आसपास के जिलों से कांवड़ यात्रा आएगी
- शिवपुरी हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठेगी
- शिवपुरी राममय और भगवामय रूप में नज़र आएगी
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक शिवपुरी पूरी तरह भगवामय न हो जाए, तब तक उनका यहां आना जारी रहेगा। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कथा के अंतिम दिन 30 दिसंबर को फिर से दिव्य दरबार लगाने की घोषणा की है।
दिव्य दरबार में उमड़ी अपार भीड़
गुरुवार को दिव्य दरबार में शिवपुरी सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे। कथा स्थल आस्था के सागर की तरह नजर आया। वहीं आज कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।










