
लखनऊ, ठाकुरगंज। “अगर मंजूर न था तुमको मेरा दुनिया में आना, तो मेरे जिस्म को सांसों की सजा क्यों दी?” — ये सवाल मानो कूड़े के ढेर पर पड़े उस मासूम नवजात की खामोशी से गूंज रहा था, जिसकी नन्ही आंखें दुनिया को बस एक बार देखने के लिए खुली थीं।
ठाकुरगंज क्षेत्र के बालागंज चौकी से चंद कदम की दूरी पर, तीन मंदिरों के पीछे एक कूड़े के ढेर में नवजात शिशु का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। भीड़भाड़ वाले इस इलाके में जैसे ही लोगों की नजर नवजात के शव पर पड़ी, हर आंख नम हो उठी।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रथम दृष्टया यह मामला जन्म के बाद हत्या या लावारिस छोड़ने की साजिश से जुड़ा प्रतीत हो रहा है।
निजी अस्पताल की भूमिका संदेह के घेरे में
जानकारी के अनुसार, पास के एक निजी अस्पताल की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या वहां किसी महिला का प्रसव हुआ था, जिसे बाद में गुप्त रखा गया हो। अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है और स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।
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