मॉस्को बम धमाका: रूसी सेना के वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की मौत, पुतिन को बड़ा झटका

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बड़ा झटका लगा है। मॉस्को में हुए संदिग्ध कार बम धमाके में रूसी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और ऑपरेशनल ट्रेनिंग विभाग के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की मौत हो गई। यह हमला सोमवार, 22 दिसंबर 2025 को हुआ बताया जा रहा है।

लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव रूसी सशस्त्र बलों में बेहद अहम पद पर तैनात थे। वह डिपार्टमेंट ऑफ ऑपरेशनल ट्रेनिंग का नेतृत्व कर रहे थे, जो सेना की रणनीतिक ट्रेनिंग और युद्ध तैयारियों की जिम्मेदारी संभालता है। यह विभाग रूस की युद्ध क्षमता और रक्षा नीति से सीधे तौर पर जुड़ा माना जाता है, ऐसे में सरवारोव की भूमिका बेहद संवेदनशील और रणनीतिक थी।

कार पार्किंग में हुआ विस्फोट
बीबीसी ने रूसी मीडिया के हवाले से बताया कि विस्फोट एक अपार्टमेंट इमारत के पास स्थित कार पार्किंग में हुआ। शुरुआती जांच के अनुसार, धमाका उस समय हुआ जब लेफ्टिनेंट जनरल अपनी कार में मौजूद थे। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि उन्हें गंभीर चोटें आईं, कई छर्रे शरीर में धंस गए और चेहरे की हड्डी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गंभीर चोटों के चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।

यूक्रेनी खुफिया एजेंसी पर शक
इस हमले के पीछे यूक्रेनी खुफिया एजेंसी की भूमिका होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि यूक्रेन की ओर से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। रूसी जांच एजेंसियों ने घटना को संदिग्ध कार बम हमला करार दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।

पुतिन सरकार के लिए क्यों गंभीर है मामला
राजधानी मॉस्को में रूसी सेना के इतने वरिष्ठ अधिकारी को निशाना बनाया जाना सुरक्षा तंत्र की बड़ी चूक माना जा रहा है। यूक्रेन युद्ध के बीच हुई इस घटना ने रूस की आंतरिक सुरक्षा और खुफिया व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। माना जा रहा है कि इस हमले से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर राजनीतिक और सैन्य दबाव और बढ़ सकता है।

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