
मुरादाबाद। जिले के थाना कांठ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जहांगीरपुर चकफेरी में कांवड़ पथ पर सड़क पर लगभग 2 फीट पानी भरा होने के कारण कांवड़ियों और स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है। सावन माह में चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान इस प्रमुख मार्ग पर जलभराव के कारण श्रद्धालुओं को गंगा जल लेने और लाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग कांवड़ियों के लिए अहम है, क्योंकि इससे हरिद्वार और अन्य तीर्थस्थलों तक का आवागमन होता है।
कांवड़ियों की परेशानी और स्थानीय लोगों का गुस्सा
जहांगीरपुर चकफेरी के कांवड़ पथ पर सड़क की बदहाल स्थिति और जलभराव ने कांवड़ियों की यात्रा को कठिन बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के बाद सड़क पर जलभराव की समस्या आम हो गई है, लेकिन प्रशासन ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कांवड़िए, जो भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था के साथ लंबी यात्रा पर निकलते हैं, इस जलभराव के कारण सड़क पर फिसलन और असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। कई कांवड़ियों ने बताया कि पानी में चलने से उनके कांवड़ को नुकसान पहुंचने का खतरा है, और कुछ स्थानों पर तो सड़क पर गड्ढे भी हैं, जो हादसों का कारण बन सकते हैं।
स्थानीय निवासी देश राज ने गुस्से में कहा, “हर साल कांवड़ यात्रा के लिए बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन सड़क की हालत जस की तस है। पानी भरा होने से न केवल कांवड़ियों को परेशानी हो रही है, बल्कि गांव के लोग भी इस रास्ते का उपयोग नहीं कर पा रहे। प्रशासन को इसकी सुध लेनी चाहिए।”
प्रशासन की तैयारियां अधूरी, उपजिलाधिकारी का बयान
उत्तर प्रदेश सरकार ने सावन माह में कांवड़ यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई इंतजाम किए हैं, जैसे सड़कों की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, और सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती। मुरादाबाद जिले में भी जिला प्रशासन ने कांवड़ पथों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का दावा किया है। हालांकि, जहांगीरपुर चकफेरी में सड़क की स्थिति इन दावों की पोल खोल रही है
कांठ के उपजिलाधिकारी संत दास पंवार ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमें जलभराव की समस्या की जानकारी मिली है। इस संबंध में वीडियो या अन्य साक्ष्य के साथ शिकायत दर्ज कराई जाए। अगर वीडियो के माध्यम से संपर्क न हो, तो सीधे मुझसे संपर्क करें। हम इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने का प्रयास करेंगे।” हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
जलभराव का कारण और समाधान की मांग
जलभराव की मुख्य वजह सड़क के किनारे नालियों की कमी और उनकी सफाई न होना बताया जा रहा है। बारिश का पानी सड़क पर जमा हो रहा है, जिससे कांवड़ियों और राहगीरों को भारी असुविधा हो रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से नालियों की सफाई कराए, सड़क की मरम्मत करे, और जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करे।
कांवड़ यात्री ओम वेश सिंह ने कहा, “हम भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर कांवड़ लेकर जा रहे हैं, लेकिन रास्ते में ऐसी परेशानी हमारी आस्था को ठेस पहुंचाती है। प्रशासन को चाहिए कि कांवड़ यात्रा से पहले रास्तों को पूरी तरह दुरुस्त कर ले।”
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
जिला प्रशासन और पुलिस ने कांवड़ यात्रा के लिए कई तैयारियां की हैं, जैसे कांवड़ पथ पर सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी, और सड़कों की मरम्मत। मुरादाबाद के डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल ने कांवड़ मार्गों का निरीक्षण भी किया था, जिसमें सड़क की स्थिति, प्रकाश व्यवस्था, और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया गया था। बावजूद इसके, जहांगीरपुर चकफेरी जैसे क्षेत्रों में जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिससे प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
कांवड़ यात्रा उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी है कि कांवड़ियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान की जाए। जहांगीरपुर चकफेरी में जलभराव की समस्या का तत्काल समाधान न केवल कांवड़ियों की सुविधा के लिए जरूरी है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी आवश्यक है।
ग्रामीणों और कांवड़ियों ने प्रशासन से अपील की है कि सड़क की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए, ताकि कांवड़ यात्रा निर्बाध रूप से संपन्न हो सके। स्थानीय लोग यह भी चाहते हैं कि जिला प्रशासन और पंचायती राज विभाग इस मामले में तुरंत कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।