
मुरादाबाद। थाना पाकबड़ा के क्षेत्र दिल्ली रोड स्थित तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय की बुनियाद जबसे रखी गई हैं, तभी से यह लगातार सुर्खियों में बना रहता है। सबसे पहले इस टीएमयू में हरियाणा के रहने वाले भड़ाना की पुत्री, जो डॉक्टर की प्रैक्टिस कर रही थीं। उसकी टीएमयू की इमारत से गिरकर रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। यह टीएमयू में एक छात्रा की पहली मौत थी। इस मौत के बाद ऐसा नहीं कि सब कुछ ठीक हो गया हो।
इन रहस्यमयी मौतों का सिलसिला लगातार चलता रहा। गत वर्ष भी इसी यूनिवर्सिटी में एक महिला डॉक्टर, जो प्रैक्टिस करने वाले ट्रेनी डॉक्टरों को ट्रेनिंग देती थीं, उसकी भी रहस्यमयी तरीके से यूनिवर्सिटी के कंपाउंड में मौत हो गई थी। अब तक आधा दर्जन मौतें इसी तरह हो चुकी हैं, लेकिन किसी एक मौत का रहस्य नहीं खुल पाया है। कारण यही है कि मेडिकल रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसी यूनिवर्सिटी के हवाले हैं।
लेकिन अब इस यूनिवर्सिटी की मेडिकल रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवालिया निशान लग चुके हैं। मझोला के क्षेत्र दिल्ली रोड, 232 निवासी अंकुश बंसल ने इस यूनिवर्सिटी के सीनियर डॉक्टर पर झूठी मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने की याचिका कोर्ट में दायर कर पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया है। अंकुश बंसल ने कोर्ट में याचिका दायर करते हुए बताया कि पिछले दिनों थाना सिविल लाइन में बड़े कारोबारी प्रखर अग्रवाल व पवन बंसल के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया गया था।
इसी मुकदमे को हल्का करने के लिए दोनों आरोपियों द्वारा टीएमयू के सीनियर डॉक्टर संजीव चिंचौली के साथ मिलकर साजिश रचने के बाद, कानून से खिलवाड़ करते हुए, आपराधिक षड्यंत्र कर धोखाधड़ी से ठीक हाथ में फ्रेक्चर की झूठी मेडिकल रिपोर्ट बना दी। यह यूनिवर्सिटी की उन मौतों का खुलासा भी है, जिन्हें अब तक आत्महत्या बताकर यूनिवर्सिटी प्रशासन अपने हाथ झाड़ता रहता था। यूनिवर्सिटी के इस आरोपी सीनियर डॉक्टर द्वारा झूठी मेडिकल परीक्षण की रिपोर्ट बनाई गई, जो चौका देने वाली बात है।
दरअसल, जिला अस्पताल तो सिर्फ नाममात्र ही बदनाम है। इस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर का खेला इतना हैरत में डालने वाला है कि यूनिवर्सिटी के इस डॉक्टर ने एक्सरे में भी फ्रेक्चर दिखा डाला है। कोर्ट ने झूठी मेडिकल परीक्षण की रिपोर्ट और झूठे एक्सरे की इस याचिका को गंभीरता से लेते हुए, इस मामले में थाना पाकबड़ा पुलिस को यूनिवर्सिटी के डॉक्टर सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के आदेश जारी किए।
कोर्ट के आदेश पर, टीएमयू के सीनियर डॉक्टर सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ नई कानून की संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर पाकबड़ा का कहना है कि, कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई इस एफआईआर में जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जो भी सच सामने आएगा, उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।