
Moradabad : मुरादाबाद पुलिस विभाग से जुड़ा एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मुंढापांडे थाने में तैनात SSI दीपक चौहान पर गोकशी के कारोबार से जुड़े लोगों को संरक्षण देने, आरोपियों को बचाने और बेगुनाहों को फँसाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। गौरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज ठाकुर ने इस मामले में शासन-प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
मुरादाबाद जनपद के मुंढापांडे थाना क्षेत्र में तैनात SSI दीपक चौहान पर गौरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज ठाकुर ने भ्रष्टाचार और आपराधिक गठजोड़ के सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। मनोज ठाकुर का कहना है कि दीपक चौहान गोकशी रोकने के नाम पर अवैध वसूली का बड़ा खेल चला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ महीनों में ही करीब 50 लाख रुपये की वसूली इस पूरे नेटवर्क के जरिए की गई है।
मनोज ठाकुर के अनुसार, SSI दीपक चौहान का गोकशी करने वाले गिरोहों से सीधा संपर्क है। आरोप है कि वह वास्तविक अपराधियों को संरक्षण देते हैं और बेगुनाह लोगों को झूठे मामलों में फँसाकर जेल भिजवाते हैं। उनका कहना है कि थाना मुंढापांडे में गोकशी रोकने के नाम पर जो कार्रवाई दिखाई जाती है, उसके पीछे असलियत में रिश्वत और भ्रष्टाचार की पूरी मशीनरी काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की वर्दी में बैठे कुछ अधिकारी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जो न केवल शर्मनाक है बल्कि कानून और संविधान दोनों के खिलाफ है।
मनोज ठाकुर की शिकायत और मांग:
गौरक्षा संगठन के अध्यक्ष मनोज ठाकुर ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत उत्तर प्रदेश के कई उच्च अधिकारियों, डीजीपी, गृह विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय तक भेजी है। उन्होंने अपनी शिकायत में यह मांगी है कि
- SSI दीपक चौहान को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए।
- मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी या उच्चस्तरीय SIT से कराई जाए।
- गोकशी रोकने के नाम पर होने वाली वसूली और पुलिस–गोकशी माफिया गठजोड़ का पर्दाफाश किया जाए।
- जिन बेगुनाह लोगों को फँसाकर जेल भेजा गया है, उनकी पुनः जांच कर उन्हें न्याय दिलाया जाए।
मनोज ठाकुर का कहना है कि यदि प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, तो गौरक्षा संगठन राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी करेगा।
स्थानीय प्रतिक्रिया और वर्तमान स्थिति
मुरादाबाद की जनता में आक्रोश व्याप्त है। गांव और आसपास के इलाकों में इस पूरे मामले को लेकर नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस ही अपराधियों के साथ खड़ी हो जाए, तो आम जनता कहाँ जाए?
पुलिस की वर्दी पर लग रहे भ्रष्टाचार के दाग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि क्या कार्रवाई होगी या यह मामला दब जाएगा?
पर्दे के पीछे की कहानी
स्थानीय सूत्रों का दावा है कि मुंढापांडे क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से गोकशी के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन कार्रवाई अक्सर छोटे लोगों तक ही सीमित रहती है। बड़े नेटवर्क तक पहुंचने में पुलिस हिचकिचाती है।
जब गौरक्षा संगठन ने सीधे-सीधे SSI दीपक चौहान पर भ्रष्टाचार और मिलीभगत के आरोप लगाए हैं, तो पूरा पुलिस प्रशासन सकते में आ गया है।
जनता का गुस्सा
स्थानीय लोगों में गुस्सा और नाराजगी व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि पुलिस ही अपराधियों के साथ खड़ी हो जाए, तो आम जनता कहाँ जाएगी?
उन्होंने सरकार से निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गवाही और आरोपों का सारांश
- गोकशी के नाम पर अवैध वसूली का खेल।
- पुलिस की वर्दी पर लगे भ्रष्टाचार के दाग।
- भ्रष्टाचार, संरक्षण और मिलीभगत के गंभीर आरोप।
- प्रशासनिक ढिलाई और जांच की गंभीरता पर सवाल।
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