
मुरादाबाद : मुरादाबाद के थाना बिलारी क्षेत्र अंतर्गत गांव सरथल की ग्राम पंचायत में चल रहे विवाद पर प्रधान प्रतिनिधि सूचित शर्मा ने खुलकर अपनी सफाई दी है। उन्होंने 87 लाख रुपये के कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को पूरी तरह झूठा और बेबुनियाद बताया। सूचित शर्मा ने कहा कि उनके राजनीतिक विरोधी, जो पिछले चुनाव में उनसे हार चुके हैं, हार के सदमे से उबर नहीं पाए हैं और लगातार झूठी शिकायतें कर उनकी छवि खराब करने की साजिश रच रहे हैं।
सूचित शर्मा, जिनकी माता ग्राम प्रधान हैं और वे खुद प्रतिनिधि के रूप में पंचायत का कार्य संभालते हैं, ने बताया कि विपक्षी गुट शुरू से ही उनके खिलाफ अफवाहें फैला रहा है। “जब से मैं प्रधान प्रतिनिधि बना हूं, तभी से ये लोग मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाकर पंचायत में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब राजनीतिक रंजिश के तहत हो रहा है,” उन्होंने कहा।
प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति ने सभी आरोपों की गहराई से जांच की और डीएम के निर्देश पर सूचित शर्मा को पूरी तरह क्लीन चिट दे दी। जांच रिपोर्ट में सभी शिकायतें खारिज कर दी गईं। सूचित ने दावा किया कि विपक्षी आने वाले चुनावों में फायदा उठाने के लिए उन्हें बदनाम करने की रणनीति बना रहे हैं। हाल ही में एक निजी धर्मशाला में कुछ लोगों को इकट्ठा कर उनके खिलाफ मनगढ़ंत बयान दिलवाए गए, जो न तो सरकारी जगह थी और न ही स्कूल परिसर में।
“हर बार जांच में ये लोग झूठे साबित हुए हैं और मैं सही पाया गया हूं। सच्चाई हमेशा जीतती है,” सूचित शर्मा ने जोर देकर कहा। उन्होंने जनता से अपील की कि विकास को रोकने वाले इन लोगों की नफरत भरी राजनीति को पहचानें। आने वाले चुनावों में जनता ही सही फैसला करेगी।
विपक्षी हार के सदमे से अभी तक उबर नहीं पाए हैं और बार-बार झूठे आरोप लगाकर माहौल बिगाड़ रहे हैं, लेकिन जांच में बार-बार सच सामने आया है और मैं बेदाग साबित हुआ हूं।










