Moradabad : कमल चौहान हत्याकांड में पुलिस का शिकंजा, आरोपी ने एनकाउंटर से बचने के लिए किया सरेंडर

Moradabad : 7 सितंबर को कटघर थाना क्षेत्र में संभल रोड पर भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के महानगर अध्यक्ष कमल चौहान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया था। पुलिस ने वारदात के मुख्य आरोपी सनी दिवाकर को मुठभेड़ में पैर में गोली मारकर दबोच लिया था और बाद में उसे जेल भेज दिया। जांच के दौरान सनी की पत्नी पूजा की भूमिका भी सामने आई और पुलिस ने उसे भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया।लेकिन इस हत्याकांड की सबसे बड़ी गूंज अब सामने आई है। पूछताछ में सनी दिवाकर ने जिन साथियों के नाम पुलिस को बताए थे, उनमें एक नाम लकी यादव का भी था।

पुलिस की गोली का खौफ और एनकाउंटर की दहशत इतनी ज्यादा बढ़ गई कि हिस्ट्रीशीटर और चर्चित बदमाश माने जाने वाले लकी यादव ने खुद अपनी जान बचाने के लिए सरेंडर कर दिया।शुक्रवार को लकी यादव अपने अधिवक्ता जितेंद्र यादव और परिजनों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचा और पुलिस के हवाले खुद को कर दिया। इस दौरान उसकी मां और नानी ने मीडिया के सामने उसे निर्दोष बताया और कहा कि वह कारखाने में काम करता है और हत्या से उसका कोई संबंध नहीं है। लेकिन पुलिस रिकॉर्ड और जांच में लकी यादव का नाम सीधे तौर पर सामने आया है।

सबसे अहम पहलू यह है कि सनी दिवाकर के एनकाउंटर के बाद से अपराधियों के दिलो-दिमाग पर पुलिस का ऐसा खौफ बैठ गया है कि अब बदमाशों को ख्वाबों में भी पुलिस की गोली दिखाई देने लगी है। अपराधियों की नींद उड़ी हुई है, और कहीं न कहीं उन्हें लगने लगा है कि पुलिस से टकराने का मतलब सीधे मौत से टकराना है।इसी डर के कारण लकी यादव जैसे गैंगस्टर अब पुलिस की गोली का शिकार बनने से पहले ही खुद को कानून के हवाले करने में अपनी भलाई समझ रहे हैं।

यह पहली बार नहीं है, लेकिन कमल चौहान हत्याकांड के बाद मुरादाबाद में अपराधियों के बीच पुलिस की सख्ती और एनकाउंटर की दहशत का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। पुलिस का खौफ अब अपराधियों के ख्वाबों तक में दस्तक दे रहा है, बदमाशों को लग रहा है कि अगर सरेंडर नहीं किया तो अगली गोली उनके ही नाम की हो सकती है,मुरादाबाद में कानून के लंबे हाथ और पुलिस की सख्ती अब अपराधियों के लिए डर का दूसरा नाम बन चुका हैं।

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