
- हजारों की भीड़ ने शहर की सड़कों पर उमड़कर धर्मांतरण के खिलाफ गरज उठी आवाजें अंबेडकर पार्क से डीएम कार्यालय तक गूंजा जय श्रीराम और हनुमान चालीसा…
Moradabad : मुरादाबाद में शनिवार को हिंदू संगठनों और वाल्मीकि समाज के हजारों कार्यकर्ता धर्मांतरण के विरोध में अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। देखते ही देखते पार्क से लेकर शहर की मुख्य सड़कों तक भगवा रंग छा गया। सिर पर भगवा पटका हाथों में झंडे और तख्तियां थामे कार्यकर्ताओं ने धर्मांतरण बंद करो भारत माता की जय हम हिंदू हैं हिंदू रहेंगे जैसे नारों से पूरा माहौल गुंजा दिया प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में धर्मांतरण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जो न केवल हिंदू समाज बल्कि पूरे देश की एकता और संस्कृति के लिए गंभीर खतरा हैं।
वाल्मीकि समाज के नेताओं ने कहा कि उनके समाज में हो रहे योजनाबद्ध धर्मांतरण से नाराजगी और बेचैनी बढ़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि धर्मांतरण पर सख्त कानून लागू नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में आंदोलन पूरे प्रदेश में फैल जाएगा अंबेडकर पार्क से शुरू हुआ यह विराट विरोध मार्च शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए डीएम कार्यालय तक पहुंचा। रास्ते भर जय श्रीराम और जय हनुमान के जयकारों से पूरा शहर गूंजता रहा। डीएम कार्यालय पहुंचने पर हिंदू संगठनों ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया, जिसके और धर्मांतरण के खिलाफ ठोस कानून बनाने की मांग की गई सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था। भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर तैनात रहे।
हालांकि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, लेकिन भीड़ के जोश और नारों से माहौल बेहद ऊर्जावान बना रहा प्रदर्शनकारियों ने कहा कि धर्मांतरण को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर सरकार ने समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई, तो हिंदू संगठन पूरे उत्तर प्रदेश में आंदोलन की आग भड़काने को मजबूर होंगे वाल्मीकि समाज के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि धर्मांतरण एक साजिश है जो समाज को तोड़ने और हिंदू पहचान को मिटाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि धर्मांतरण करवाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और समाज को गुमराह करने वाले तत्वों को बेनकाब किया जाए प्रदर्शन के दौरान पूरा मुरादाबाद भगवामय नजर आया। बच्चे, महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी वर्गों के लोग इस आंदोलन में शामिल हुए। सड़कों पर भगवा झंडों की कतारें और गूंजते नारे शहर के हर कोने में सुनाई दे रहे थे हिंदू संगठनों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा अगर अब भी धर्मांतरण पर लगाम नहीं लगी तो सड़कों पर लाठी नहीं लहराएंगे भगवा झंडा और आंदोलन होगा निर्णायक।