
भास्कर ब्यूरो
मुरादाबाद । जिले में शादी के सात फेरों ने एक युवक की जान ले ली। थाना डिलारी के इलाके में बसे गांव गक्खरपुर में एक 22 वर्षीय युवक की प्रधान ने जबरदस्ती शादी करवा दी। शादी के बाद पत्नी लगातार पति को जेल भिजवाने की धमकी दे रही थी। शादी के महज ढाई महीने बाद ही युवक ने आत्महत्या कर ली।
बता दें कि थाना डिलारी के इलाके गांव गक्खरपुर निवासी देवी सिंह की पत्नी भूरी ने इंस्पेक्टर डिलारी को शिकायत करते हुए बताया कि उसका 22 वर्षीय बेटा विकास मेहनत मजदूरी का काम करता था। गत ढाई माह पूर्व भोजपुर के इलाके गांव काफ़ियाबाद निवासी जयपाल सिंह के पुत्रों विजेंद्र , सोनू , और मोनू ने अपनी रिश्ते की बहन 22 वर्षीय लक्ष्मी के साथ विकास की जबरदस्ती शादी करा डाली विकास ने जब इस जबरदस्ती की शादी से इंकार किया। तब लक्ष्मी के भाइयों ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए प्रधान की मदद से लक्ष्मी के साथ फेरे करा डाले। शादी के बाद भी उसके बेटे को तरह तरह से डराया धमकाया जा रहा था।
पत्नी लक्ष्मी और उसके भाइयों की इन हरकतों से परेशान होकर विकास ने गत दो दिन पूर्व छह फरवरी के दिन सल्फाज की जहरीली गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। उसे कांठ रोड़ स्थित एक बड़े हॉस्पिटल में भी भर्ती कराया गया और परिवार वालों ने विकास की जान बचाने के लिए डॉक्टरों से मन्नतें की लेकिन डॉक्टर विकास को बचा नही पाए और इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
हॉस्पिटल की ओर से पुलिस को भेजी गई पीआई के माध्यम से पुलिस हॉस्पिटल पँहुची और शव कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया जिसमें जहरीली गोलियों सल्फाज के कारण हुई मौत का पता चला। मृतक विकास की मां भूरी ने गांव के एक प्रधान पर भी बेटे की शादी जबरदस्ती लक्ष्मी के साथ कराए जाने का आरोप लगाते हुए बताया कि युवती लक्ष्मी के साथ शादी के लिए उनका बेटे राजी नहीं था । बेटे की हुई जबरदस्ती शादी के बाद वह तनाव में रहने लगा और आत्महत्या कर ली । मृतक की माँ की तहरीर के आधार पर डिलारी पुलिस ने मृतक की पत्नी लक्ष्मी उसके रिश्ते के भाइयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है। रिपोर्ट दर्ज कर जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जो सच सामने आता हैं। उसके हिसाब से कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बेटे की मौत से टूट चुके मां बाप
मृतक विकास की मां भूरी ने रोते रोते बिलखते हुए बताया कि युवती लक्ष्मी के रिश्ते के तीनों भाई जिसमें एक सफाई कर्मचारी भी बताया जाता हैं। प्रधान के साथ मिलकर जबरदस्ती अपनी बहन लक्ष्मी की शादी कराने के लिए उनके बेटे के पीछे पड़ गए थे विकास इन लोगों को मना करता रहा वह लक्ष्मी को पसंद नहीं करता फिर भी उसके भाई नही माने और डरा धमकाकर उसके बेटे के फेरे लक्ष्मी के साथ करा डाले और शादी के यह फेरे विकास की मौत का कारण बन बैठे और उसने आत्महत्या कर ली ।
क्या है पूरा मामला
मृतक विकास के पिता देवी सिंह ने बताया कि भोजपुर के क्षेत्र की रहने वाली लक्ष्मी 15 दिन तक घर से लापता रही थीं। भाइयों ने गांव के प्रधान राजपाल से इस बात की शिकायत करते हुए कहा विकास लक्ष्मी को अपने साथ भागकर ले गया है। इस मामले को लेकर प्रधान राजपाल के घर में ही पंचायत हुई जिसमें विकास को बुलाकर उस पर यह आरोप लगाया गया। वह लक्ष्मी को अपने साथ भगाकर ले गया था और 15 दिन साथ रखने के बाद उसे छोड़ दिया। उधर विकास भरी पंचायत में चीखता रहा उसका मोबाइल फोन चेक कर लो और लक्ष्मी का फोन चेक कर लो या अन्य कोई इस बात का सबूत हो की वह लक्ष्मी को भगाकर साथ ले गया था तो वह शादी कर लेगा। लेकिन किसी ने भी विकास की बात नहीं सुनी और जेल भिजवा दिए जाने की धमकी देते हुए जबरदस्ती प्रधान के घर भोजपुर में ही शादी करा दी गई।