
Moradabad : थाना मझोला क्षेत्र के गांव शाहपुर तिगरी में रविवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक चली गोली से एक मजदूर घायल हो गया। 23 वर्षीय ऋषि पाल, जो पास ही खड़ा था, उसके हाथ और पैर में गोली के छर्रे लग गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायल को तत्काल पुलिस थाने ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इंस्पेक्टर मझोला ने बताया कि पीड़ित ऋषि पाल की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मौके की जांच शुरू कर दी है।
घटना की जांच में अब कई चौंकाने वाले पहलू सामने आए हैं। शुरुआती जांच में स्पष्ट हुआ है कि गोली 12 बोर के तमंचे से बहुत नजदीक से चलाई गई थी। इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि गोली चलाने वाला व्यक्ति आसपास ही मौजूद था। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि ऋषि पाल की बयानबाजी में विरोधाभास पाया गया है। वह यह दावा कर रहा है कि उसने गोली चलाने वाले को नहीं देखा, जबकि परिस्थिति यह संकेत दे रही है कि हमला पास से हुआ था। पुलिस का मानना है कि पीड़ित किसी कारणवश सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रहा है।
इस बीच, पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर ही आरोप लगाते हुए कहा है कि पूछताछ के नाम पर उनके परिवारजनों को परेशान किया जा रहा है। इससे इलाके में रोष और तनाव का माहौल बन गया है।
फिलहाल मझोला पुलिस ने गोली चलाने के रहस्य को सुलझाने के लिए कई कोणों से जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और मौके से बरामद 12 बोर के कारतूस के अवशेषों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। घायल ऋषि पाल का साफ कहना है कि उसने गोली चलाने वाले को नहीं देखा, जबकि 12 बोर के लगे छर्रों से जख्मी होना ही एक रहस्य बना हुआ है। 12 बोर की चली गोली के छर्रे ज्यादा दूर तक मार नहीं सकते, इसलिए यह स्थिति संदिग्ध मानी जा रही है।