
मुरादाबाद। मुरादाबाद जिला कृषि अधिकारी डॉ राजेन्द्र पाल सिंह को सूचना मिली थी कि छजलैट के इलाके गांव खलीलपुर कददीम निवासी उवर्रक कारोबारी द्वारा किसानी के लिए नकली सामान बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं कारोबारी द्वारा अपने गोदाम में नकली किसानी व फसल के लिए डाली जाने वाली दवाओं का भंडारण किया हुआ है।
सूचना मिलने के बाद जिला कृषि विभाग के अधिकारी डॉ राजेन्द्र पाल सिंह फोर्स के साथ कारोबारी के गांव छजलैट विकास खण्ड के गांव फूलपुर स्थित गोदाम पर छापा मारा और पाया गोदाम को चार हिस्सों में बाटा हुआ है। जो आपस में मिले हुए हैं। छापे के दौरान कालातीत रसायन नैनो यूरिया की खाली शीशी की एक पेटी कृभको कंपनी की जैव तरल की पेटी, बायॉफर्टिलाइजर खुली और पैक सामग्री, मैक्रोन्यूट्रीयन्ट के जैसा खुला प्रदार्थ एवम फसल बलवान मैक्रोन्यूट्रीयन्ट के खाली और भरे पैकेट सफेद पाउडर जैसे पदार्थ के बैग और बड़ी मात्रा में नकली उवर्रक एवम कीटनाशक रसायन तैयार पाया गया।
जिला कृषि अधिकारी ने छापे के दौरान पाया कारोबारी लीलपत द्वारा धन कमाने के उद्देश्य से फसलों को नुकसान देने वाले रसायन किसानों को मोटे दामो में बेचे जा रहे थे। जिला कृषि अधिकारी डॉ राजेन्द्र पाल सिंह की तहरीर के आधार पर इंस्पेक्टर छजलैट द्वारा आरोपी कारोबारी लीलपत के खिलाफ उवर्रक नियंत्रण आदेश व 3 / 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर जिला कृषि अधिकारी द्वारा लिए गए सभी सैम्पलों को जांच के लिए भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर मौजूद किसानों ने बताया कि आरोपी उवर्रक रसायन कारोबारी काफी लंबे समय से इन नकली रसायन व उवर्रक के साथ कीटनाशक दवाओं का धंधा करते हुए किसानों के साथ धोखाधड़ी करता आ रहा है। जिला कृषि अधिकारी डॉ राजेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद अवैध कारोबारी के खिलाफ उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
यह भी पढ़े : लखनऊ : IPS प्रशांत कुमार आज हो रहे रिटायर, नए DGP के लिए मंथन शुरू