
Moradabad : सिविल लाइन स्थित जिला अस्पताल परिसर मंगलवार की दोपहर कर्मचारियों के जोशीले नारों से गूंज उठा स्वास्थ्य विभाग फ़ार्मेसी और शिक्षा विभाग समेत विभिन्न सरकारी संगठनों के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली और राष्ट्रीय नेताओं पर दर्ज एफआईआर रद्द करने की मांग को लेकर एकजुट होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया करीब 2:30 बजे शुरू हुए इस प्रदर्शन में भारी संख्या में कर्मचारी ने धरना दिया और सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यदि उनकी जायज़ मांगों को जल्द नहीं माना गया तो आंदोलन और भी व्यापक होगा और सड़कों पर उतरकर बड़ा संघर्ष किया जाएगा।
25 नवंबर दिल्ली आंदोलन बना टकराव का कारण
कर्मचारियों ने बताया कि विगत 25 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर देशभर से लाखों सरकारी कर्मचारी और शिक्षक जुटे थे सभी ने शांतिपूर्ण तरीके से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को प्रधानमंत्री तक पहुंचाया लेकिन इस राष्ट्रीय आंदोलन के बाद केंद्रीय नेतृत्व और तीन राष्ट्रीय अध्यक्षों पर सरकार द्वारा मुकदमे दर्ज कर दिए गए जिस पर पूरे देश के कर्मचारी उबल पड़े हैं सरकार ने डराने की कोशिश की हम और मज़बूती से लड़ेंगे फार्मेसी काउंसलिंग के अध्यक्ष संदीप भद्दुला और फार्मासिस्ट हेमंत चौधरी की अगुवाई में विरोध दर्ज करते हुए कर्मचारियों ने कहा जो लोग देश के संविधान के अनुसार अपना अधिकार मांग रहे हैं उन्हें ही अपराधी बनाया जा रहा है।

यह हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी हम अपने नेताओं के साथ खड़े हैं हेमंत चौधरी ने आगे कहा सरकार ने हमारी आवाज दबाने का काम किया है लेकिन हम चेतावनी देते हैं कि अगर FIR वापस नहीं ली गई और पुरानी पेंशन बहाली लागू नहीं की गई तो अगला आंदोलन इतना बड़ा होगा कि सरकार को झुकना ही पड़ेगा उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन रोककर नई पेंशन प्रणाली लागू कर कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय कर दिया गया है इसलिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी नर्सिंग स्टाफ भी खुले मोर्चे पर मुरादाबाद की मंडल अध्यक्ष बेलमा विक्टर ने कहा नर्स यूनियन भी शुरू से इस मांग के साथ है देशभर में लाखों कर्मचारी और शिक्षक एक मंच पर आए थे जो लोकतंत्र की शक्ति है लेकिन इस एकजुटता को तोड़ने के लिए नेताओं पर FIR की गई है यह हमारे हौसले को दबाने का प्रयास है, हम हर स्तर पर लड़ेंगे उन्होंने स्पष्ट कहा कि संघ की मांगें पूरी न होने पर पूरा स्वास्थ्य अमला भी आंदोलन का हिस्सा बनेगा सरकार को दिया अल्टीमेटम मांगें पूरी करो नहीं तो सड़कों को मैदान बना देंगे।
धरना स्थल पर लगातार गूंजते रहे नारे इंकलाब जिंदाबाद पुरानी पेंशन बहाल करो FIR वापस लो कर्मचारी एकता ज़िंदाबाद कर्मचारी संगठनों ने कहा कि 2 दिसंबर को पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में यह विरोध दर्ज किया गया है और सरकार से यही मांग है कि पुरानी पेंशन तत्काल बहाल की जाए नेताओं के खिलाफ दर्ज सभी FIR तुरंत रद्द हों कर्मचारियों ने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में लखनऊ और दिल्ली में विशाल आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी गई है।












