
Moradabad : थाना सिविल लाइन क्षेत्र में बीते दिनों हुई हाई-प्रोफाइल एटीएम चोरी ने पूरे जिले की कानून व्यवस्था को चुनौती दे दी थी। बुर्का पहनकर पहचान छिपाने वाले इस गैंग ने PNB के एटीएम को उखाड़कर 6 लाख 80 हजार रुपए उड़ाए थे। हल्की पुलिस की चौकस निगाह और लगातार दबिशों के चलते आखिरकार यह पूरा गिरोह पकड़ा गया। देर रात इस्लामनगर रोड पर हुई मुठभेड़ में दो अपराधियों को पैर में गोली लगी, जबकि पुलिस ने कुल छह बदमाशों को गिरफ्तार कर गैंग का पर्दाफाश कर दिया।
ऐसे रची गई थी साजिश
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि 25 तारीख की रात गिरोह के सदस्यों ने पहचान छिपाने के लिए बुर्का और चेहरों पर पीली पट्टी बांधी थी। योजना इतनी सुव्यवस्थित थी कि इलाके में किसी को भनक तक नहीं लगी। बदमाशों ने देर रात लोकोसेट पुल के पास पंजाब नेशनल बैंक का एटीएम उखाड़कर उसे ब्रेज़ा कार में डाल दिया और फरार हो गए। घटना के बाद एटीएम मशीन को अमरोहा के राजाबपुर थाना क्षेत्र में गन्ने के खेतों में फेंक दिया गया, जहां से पुलिस ने टूटी मशीन बरामद की।
पुलिस की टीमों का भारी दबाव और लगातार दबिशें कसा शिकंजा। घटना के बाद एसपी सिटी के नेतृत्व में एसओजी टीम, थाना सिविल लाइंस प्रभारी कुलदीप गुप्ता की टीम, थाना सिविल लाइंस प्रभारी मनीष सक्सेना और थाना कटघर पुलिस लगातार दबिशें देती रहीं। पुलिस को सीसीटीवी, मोबाइल लोकेशन और मौके के सबूतों से महत्वपूर्ण सुराग मिले कि गैंग के सदस्य किसी और वारदात की तैयारी में हैं।
ब्रेज़ा कार में आते दिखे बदमाशों को रोकने पर शुरू हुई फायरिंग। रात करीब 12 बजे इस्लामनगर रोड पर पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी सामने से वही ब्रेज़ा कार आती दिखी। पुलिस ने कार रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन उसमें बैठे बदमाशों ने सीधे पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी तुरंत जवाबी गोलीबारी की, जिसमें मतीन (निवासी जामा मस्जिद क्षेत्र) और तंजीम (निवासी जामा मस्जिद क्षेत्र) के पैर में गोली लगी। पुलिस ने मौके से दोनों को हिरासत में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
कॉम्बिंग अभियान में और आरोपी दबोचे
मुठभेड़ के बाद इलाके में कॉम्बिंग चलाकर गैंग के अन्य सदस्यों हसनैन, जुबैर (हरियाणा निवासी) और नरेश फौजी को भी गिरफ्तार किया गया। यह सभी अपराधी लंबे समय से वारदातें करने में सक्रिय बताए जा रहे हैं।
भारी बरामदगी ने खोली पोल
पुलिस ने बदमाशों से 3 लाख 8 हजार रुपये, एटीएम उखाड़ने में प्रयोग की गई ब्रेज़ा कार, हथियार, टूटी हुई एटीएम मशीन और गैंग की गतिविधियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए।
एसपी सिटी ने प्रेस वार्ता में पुष्टि की कि गिरोह बेहद शातिर था और इससे पहले भी क्षेत्र में सक्रिय रहा है। आरोपी यह वारदात कर किसी नई बड़ी चोरी की तैयारी में घूम रहे थे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बड़ी घटना होने से बच गई। आज दोपहर करीब 2 बजे पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर पुलिस इस गैंग के नेटवर्क, वारदात के तरीके और बरामदगी को लेकर विस्तृत खुलासा करेगी।
एटीएम मशीन उखाड़ने जैसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला यह गिरोह अब पुलिस की गिरफ्त में है। दो की टांगों में गोली लगी है और अन्य चार भी सलाखों के पीछे हैं। पुलिस की यह बड़ी कामयाबी शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवालों को फिर से मजबूत करती है।










