
भुवनेश्वर। एक सप्ताह से लापता महिला कांस्टेबल शुभमित्रा साहू की तलाश समाप्त हुई, जब उसका सड़ा-गला शव ओडिशा के क्योंझर ज़िले के घाटगांव के पास जंगल से बरामद हुआ। शव को बोरे में भरकर गड्ढे में दबाया गया था, जिसे मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जेसीबी मशीन की मदद से बाहर निकाला गया।
पुलिस आयुक्त एस. देव दत्त सिंह ने बताया कि शुभमित्रा 6 सितंबर को डीसीपी कार्यालय में ड्यूटी पूरी कर अपने किराए के मकान लौटी थीं। अगले दिन वह लापता हो गईं। दो दिन तक पता न चलने पर उनके पिता ने 8 सितंबर को कैपिटल थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
जांच के दौरान शक उनकी सहकर्मी और प्रेमी दीपक राउत पर गया, जो आखिरी बार उनके संपर्क में था। पूछताछ में राउत ने स्वीकार किया कि उसने भुवनेश्वर में शुभमित्रा का गला घोंटकर हत्या की, फिर शव को क्योंझर ले जाकर जंगल में फेंक दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या के पीछे वित्तीय विवाद मुख्य कारण था। राउत ने शुभमित्रा से करीब 10 लाख रुपये उधार लिए थे और चुकाने का दबाव था।
पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल कार जब्त कर ली है। राउत को हिरासत में लिया गया है और यह पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है कि क्या शव छिपाने में अन्य लोग भी शामिल थे।
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