कार्यक्रम में बालिका द्वारा प्रेरणा गीत प्रस्तुत करते हुए
अहरौरा (मिर्जापुर)।
जमालपुर विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय फत्तेपुर पर शनिवार को समेकित शिक्षा के लिए नोडल अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान अध्यापकों को बताया गया कि वे किस तरह विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा की तरफ विशेष ध्यान दें एवं बालिकाओं की शिक्षा के लिए अभिभावकों को प्रेरित करें।
कार्यक्रम का उद्घाटन खंड शिक्षा अधिकारी जमालपुर डॉ अरुण कुमार सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया तत्पश्चात प्रशिक्षण में आए शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि अध्यापकों को समय के साथ अपने आप को सक्रिय करते हुए बदलना होगा और नई टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल बिठाकर चलना होगा।
उन्होंने कहा कि आज भी बालिकाओं की शिक्षा के प्रति गांव में लोगों की रूचि कम रहती है हमें प्रयास करना होगा कि ऐसे बालिकाओं को चिन्हित कर जिनके मां बाप शिक्षा से वंचित कर रहे हैं उन मां-बाप को प्रेरित कर बालिकाओं को शिक्षित बनाने में अपनी अहम भूमिका निभानी होगी।
एसआरजी सरिता तिवारी ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को किस तरह से हमें शिक्षित करना है इस पर विशेष बल देना होगा क्योंकि दिव्यांग बच्चों को शिक्षित करना एक बहुत ही बड़ा पुनीत कार्य है।
ए आर पी अजय वर्मा ने बताया कि कुल 21 प्रकार की विकलांगता होती है कई बार तो सामने से देखने पर पता भी नहीं चल पाता कि अगला व्यक्ति विकलांग है लेकिन वह कहीं ना कहीं से विकलांग होता है, जो हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण बात है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोगों की सहायता के लिए सरकार द्वारा तमाम प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं हमें उन योजनाओं की जानकारी दिव्यांग लोगों को देते हुए उनकी मदद करने में अहम भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर योगेंद्र सिंह , सुनील पाल , पवन शुक्ला , मुन्ना , अरविंद कुमार त्रिपाठी , वंदना सिंह ,नित्यानंद सिंह , ए आर पी जितेंद्र शर्मा , सूर्य नारायण सिंह सहित 120 अध्यापकों ने प्रतिभाग किया ।