मिर्जापुर। मझवां विधानसभा के कछवां मंडल में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि/वक्ता विधान परिषद सदस्य उत्तर प्रदेश श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 9 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में बताया कि 2004 से 2014 तक भारत की विकास यात्रा में यह 10 साल लास्ट डिकेड रहा। 10 साल देश ने कमजोर नेतृत्व का दंश झेला, रिमोट कंट्रोल वाली सरकार कैसे चलती थी यह बात किसी से छिपी नहीं रही। सरकार और एक परिवार के चक्कर में देश के सबसे कीमती 10 साल बर्बाद हो गए। इन 10 सालों में भारत को “फ्रैंगल फाइव” अर्थव्यवस्था कहा जाने लगा, कमरतोड़ महंगाई, विकास दर बेहद कम, देश का आत्मविश्वास ही कमजोर पड़ चुका था। 10 साल में भारत की हालत क्या हो गई थी यह बात न दुनिया से छिपी, न देशवासियों से।
देश की 130 करोड़ जनता ने नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व पर भरोसा किया और इस भरोसे ने 2014 से 2023 के 9 साल में ही देश में शांति, समृद्धि और विकास की स्पीड भी दिखाई और स्केल भी दिखाई। भारत ने वह दिन भी देखा है, जब पोलियो, टिटनेस और बीसीजी जैसे टीको को भारत आने में 50 से ज्यादा साल लग गए थे। ड्रोन से वैक्सीन डिलीवरी दुर्गम इलाकों में भारत सरकार ने सुनिश्चित कराई। उन्होने कहाकि मोदी सरकार ने रिकॉर्ड समय में लाखों लोगों का टीकाकरण करने का लगभग असंभव कार्य हासिल किया।
वह भी एक सदी में सबसे खराब ज्ञात वैश्विक महामारी के सामने। पहले भारत पश्चिम से दवाओं और टीको के लिए निर्भर था, भारत ने दो स्वदेशी कोविड-19 टीके विकसित किए और कई देशों को जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति की। गरीब परिवार में जन्मे मोदी जी ने गरीबों के कष्ट को समझा। बीमारी और इलाज से होने वाली समस्याओं और उनके आर्थिक परिणामों से गरीब डरता था, त्रस्त था। कहाकि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार लाल किले की प्राचीर से सेनेटरी पैड का जिक्र किया। 11.4 करोड़ किसान सम्मान राशि पा रहे हैं। फसल बीमा के अंतर्गत 1.4 करोड़ रुपए के क्लेम किसानों को मिले हैं। माइक्रो इरीगेशन और सूक्ष्म सिंचाई से करोड़ों किसानों की पैदावार बढ़ी है, वो कृषि में नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। किसानों की मौसम पर निर्भरता कम हुई है। भारत इस समय दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।
बताया कि विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर भारत इसी तरह बढ़ता रहा, तो यह 2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत की स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष के साथ-साथ विधान परिषद सदस्य श्याम नारायण सिंह जी विधानसभा मझवां में प्रदेश सरकार की 6 वर्ष के उपलब्धियों के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि 5.67 लाख रुपए की लागत से पीएचसी गुरसंडी, 5.67 लाख रुपए की लागत से पीएचसी पड़ती व 8.50 लाख रुपए की लागत से पीएचसी/सीएचसी कछवां में सोलर ऊर्जा पर आधारित बैटरी बैकअप का स्थापना का कार्य
3.40 लाख रुपए की लागत से विकासखंड सिटी के ग्राम सभा सराया में 105 मीटर लंबाई में नाली का निर्माण व 9.930 लाख रुपए की लागत से विकास खंड पहाड़ी के ग्राम सूर्यवार में 130 मीटर लंबाई में इंटरलॉकिंग और नाली निर्माण का कार्य व समस्त विकास खंडों में इंटरलॉकिंग का कार्य के साथ-साथ अनेकों किए हुए कार्यों को बताया अंत में विधान परिषद सदस्य ने आये हुए पत्रकार बंधुओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिला महामंत्री रवि शंकर पांडे, जिला मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश दुबे, क्षेत्र पंचायत प्रमुख दिलीप सिंह, मझवां मंडल अध्यक्ष मनोज सिंह, कछवां मंडल महामंत्री रतन सिंह, मीडिया प्रभारी शिवम मोदनवाल व सूरज गोड़ आदि लोग मौजूद रहे।