मिर्जापुर। जिले के संतनगर थाना क्षेत्र के पंजरा गाँव में शुक्रवार की रात कथित तौर पर पारिवारिक कलह से तंग आकर एक महिला ने अपने तीन बच्चों को एक एक कर कुंए में फेंका। उसके बाद खुद को उसने कमरें में बंद कर आग लगा दिया। आग की लपट लगते ही वह दरवाजा खोलकर बाहर की ओर भागी और आग लगने का शोर मचाया। परिजनों और ग्रामीणों ने आग पर किसी प्रकार काबू पाया।
आग बुझाने के बाद बच्चों के बारे में पूछा गया तो उन्हें उसने कुंआ में फेंकने की जानकारी दी। बताया गया कि पारिवारिक कलह के चलते उसने दिल दहला देने वाला कदम उठाया। शनिवार को सुबह मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों बच्चों का शव बरामद कर लिया। जानकारी के मुताबिक चन्दा का पति अमरजीत कोल मुंबई में मजदूरी करता है। जो दो माह पूर्व ही घर से कमाने गया है।
घर पर सास ससुर और बहु बच्चों के साथ रहते हैं। पंचरा गाँव में पारिवारिक कलह के चलते माँ की ममता पत्थर बन गई। चन्दा ने अपने कलेजे के टुकड़ों आकाश 8 वर्ष, कीर्ति 2 वर्ष और अन्नू 1 वर्ष को नींद से जगाकर आधी रात को घर के पास स्थित कुंआ में फेंक दिया। बच्चों को पानी में फेंकने के बाद खुद को कमरें में बंद कर घर में आग लगा दिया। आग की लपटें तेज होने पर वह दरवाजा खोलकर बाहर की ओर भागी और शोर मचाया। आवाज़ सुनकर ससुर और सास दौड़ी। किसी प्रकार ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। बच्चों के बारे में जब चंदा से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि तीनों बच्चों आकाश, कीर्ति और अनु को उसने कुए में फेंक दिया है।
रात करीब एक बजे मचे कोहराम के बीच ग्रामीण गहरे कुंआ के चलते अपने आप को बेबस महसूस किया ।हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई। दो बच्चे अपने दादा श्यामधर के पास सो रहे थे। आधी रात को चंदा उन्हें उठाकर लायी। एक एक करके तीनों बच्चों को कुएं में फेंक दिया। हादसे की जानकारी लगते ही गांव में कोहराम मच गया। लोगों की भीड़ जुट गई। एसपी नक्सल ओ पी सिंह ने बताया कि मौके पर पुलिस ने कुएं से कीर्ति और अनु और आकाश के शव को बरामद कर लिया। पुलिस ने कुआं फेंकने वाली आरोपी चंदा चंदा को हिरासत में लेकर ले लिया है। पुलिस शवों को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई में लगी है। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची क्षेत्रीय विधायक रिंकी कोल ने परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दिया।