
मीरजापुर। प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग मंत्र/जनपद के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने जनपद भ्रमण के दूसरे दिन जिला पंचायत सभागार में बाढ़ के दौरान बचाव व राहत से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की स्थिति व राहत बचाव की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया।
इस अवसर पर मा0 विधायक नगर रत्नाकर मिश्र, विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मीरजापुर श्याम सुन्दर केसरी, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रभारी मंत्री को बाढ़ की स्थिति, प्रभावित फसलों, मकान एवं वितरित की जाने वाली राहत सामाग्री, खाद्य सामाग्री, लंच पैकेट, बाढ़ चैकियों की सक्रियता, नाव नाविको की उपलब्धता आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मंत्री औद्योगिक विकास नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रभावित पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखते हुए उनके लिए पर्याप्त मात्रा में भूषा, चारा आदि व्यवस्था मुहैया कराया जाए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में शत प्रतिशत पशुओं को खुरपका, मुहपका व अन्य सम्बन्धित बीमारियों से बचाव के दृष्टिगत अभियान चलाकर टीकाकरण करा लिया जाए।
उन्होंने कहाकि सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि बाढ़ से प्रभावित पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहने पाए इसके लिए राहत शिविरों में लंच पैकेट, नाश्ता अथवा बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में वितरण कराया जाए। स्वास्थ्य मेडिकल टीम जल जमाव वाले क्षेत्रो में सक्रिय रखा जाए तथा मच्छर व कीटनाशक दवाओं को छिड़काव व फागिंग आदि कराया जाता रहें। नगर पालिका क्षेत्रो में भी साफ सफाई, मोबाइल टायलेट आदि की व्यवस्था नगर पालिकाओं के द्वारा कराई जाए।
मंत्री ने कहा कि विभिन्न समाचार पत्रों में बाढ़ से प्रकाशित खबरो व सोशल मीडिया/इलेक्ट्रानिक मीडिया पर चल रही खबरो का भी संज्ञान लेते हुए नियमानुसार कार्यवाही किया जाए। डूब क्षेत्र में चोरी की घटनाएं न होने पाए इसके लिए अथवा लोगो की सुरक्षा के लिए महिला व पुरूष पुलिस की पेट्रोलिंग कराते हुुए कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित परेशान लोगो को हर सम्भव मद्द दी जाए तथा उन्हें इस तरह ढांढस बंधाया जाए कि उनकी परेशानी कम हो और यह जागरूक किया जाए कि प्रशासन हर सम्भव आपकी मद्द के लिए तैयार है घबराए नही। खाद्य सामाग्रियो का वितरण व राहत/लंच पैकेट आदि गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शिता से कराई जाए।
मंत्री ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित फसलों का सर्वे कराते हुए सम्बन्धित बीमा कम्पनियों से उनका उचित मुआवजा व शासन से देय सुविधाएं अविलम्ब मुहैया कराई जाए। क्षतिग्रस्त व बाढ़ में ध्वस्त मकानों का सर्वे कराकर पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया जाए तथा उन्हें रहने व खाने का भी समुचित प्रबंध कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए बाढ़ पीड़ित लोगो को हर सम्भव सहयोग किया जाए। मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट दिशा निर्देश है कि बाढ़ प्रभावित पीड़ितो के लिए धन की कमी नही हैं पारदर्शिता के साथ सर्वे कराते हुए नियमानुसार देय मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।
नाविको के बारे में मंत्री ने कहा कि जो नाविक बाढ़ बचाव कार्य में लगाए गए है, उन्हें अब तक का मानदेय का भुगतान नियमानुसार कर दिया जाए ताकि उनका भी जीविकोपार्जन प्रभावित न होने पाए। सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत मंत्री ने कहा कि पुलिस की पेट्रोलिंग कराई जाए इसके अतिरिक्त प्रमुख बाजरों में सम्बन्धित चैकी/थाना इंचार्ज रोस्टर बनाकर पैदल पेट्रोलिंग करे तथा बीच-बीच में व्यापरियों से वार्ता कर उन्हें सुरक्षा का एहसास भी दिलाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अजय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विनीत उपाध्याय, उप जिलाधिकारी चुनार राजेश वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सी0एल0 वर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुरेन्द्र कुमार वर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी संजय बरनवाल, आपदा विशेषज्ञ अंकुर गुप्ता, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 धर्मजीत सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई, लोक निर्माण विभाग व विद्युत सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
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