
मीरजापुर। श्री विंध्य पंडा समाज की ओर से सोमवार देर शाम मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर परिसर स्थित कार्यालय में अध्यक्ष पंकज द्विवेदी की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में पारीवालों और कार्यकारिणी सदस्यों ने मंदिर में व्यवस्थाओं को और सुचारू बनाने के लिए कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की।
बैठक में पंडा समाज अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि मंदिर में अवैध रूप से कार्य कर रहे पुरोहितों पर रोक लगाने के लिए उनकी हिस्सेदारी बंद की जाए, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिले और व्यवस्था बेहतर हो सके। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन-पूजन दिलाने के लिए पुरोहितों की ड्यूटी रोटेशन को व्यवस्थित करने पर सहमति बनी।
धाम परिसर में भिक्षाटन कर रहे लोगों की वजह से उत्पन्न हो रही समस्याओं का भी मुद्दा उठा। पंडा समाज ने इस पर कठोर कार्रवाई करने और परिसर को भिक्षावृत्ति-मुक्त बनाने की मांग रखी। पुरोहितों के लिए ड्रेस कोड और आईडी कार्ड अनिवार्य करने का प्रस्ताव भी रखा गया, ताकि पहचान स्पष्ट हो सके और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
सभा में यह भी तय किया गया कि वीवीआईपी श्रद्धालुओं का स्वागत मंत्रोच्चार के साथ शिष्टाचारपूर्ण तरीके से किया जाए। इसके अलावा कॉरिडोर परिसर में कोई भी संदिग्ध वस्तु दिखने पर पुरोहित तुरंत पंडा समाज या प्रशासन को सूचित करेंगे, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
पंडा समाज अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि सभी प्रस्तावों पर जल्द अमल शुरू किया जाएगा और देवी दरबार आने वाले भक्तों को बेहतर सुविधा देने के लिए पंडा समाज प्रतिबद्ध है।
बैठक में मंत्री भानु पाठक, पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक, धर्मेंद्र पांडेय, मंदिर व्यवस्था प्रमुख गुंजन मिश्र, रतन मोहन मिश्रा, केदार भंडारी, शनि दत्त पाठक सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
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