
- तीज पर आरती में दीपकों की लौ सफेद चादर से आर-पार
- नहीं जली चादर, देखते रह गए श्रद्धालुचमत्कारी आरती देखने उमड़ा भक्तों का सैलाब
- बड़े-बड़े दीपकों की लौ सफेद चादर के आर-पार हो रही थी, लेकिन कपड़ा नहीं जल रहा था। भक्ति और आस्था के साथ भक्त परिसर को देवी मां के जयकारों से
मथुरा : सोमवार की सायं आगरा के नरी सेमरी देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ ने धार्मिक उल्लास को जोड़ते हुए मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया। सुबह से ही यहां श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगना शुरू हो गई थीं, जहां हर भक्त देवी मां की आरती का दर्शन करने के लिए आतुर था।
आगरा के प्रसिद्ध धांधू भगत के परिवार के सदस्य विशेष रूप से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने। उनकी आरती में शामिल होने के लिए भक्तों की संख्या इतनी अधिक हो गई कि पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में खासी मेहनत करनी पड़ी।
शाम के समय धांधू भक्त के पारिवारिक सदस्यों द्वारा देवी मां की भव्य पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर सभी भक्तों ने अपने हृदय की गहराइयों से मैया की जय-जयकार की। चमत्कारिक आरती में सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया और इसके बाद तीन अन्य पारिवारिक समूहों ने भी इसी तरह की आरती का आयोजन किया।
पुजारी दीपक की लौ से माता की भव्य आरती करते रहें और सफेद चादर से दीपक की लौ आर-पार होती रहीं, लेकिन चादर नहीं जली। इस चमत्कार को देखकर भक्तों ने भी माता के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। यह माता का चमत्कार है कि कपड़े कि चादर आरती को लॉ से नहीं जलो और न ही चादर में धुएं की निशान तक मिले।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि आगरा के समुदाय में एकता और भक्ति के जज़्बे को भी प्रदर्शित करता है। भक्तों ने इस अवसर पर देवी मां से सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। मंदिर में भक्तों का यह उत्साह आने वाले दिनों में भी जारी रहने की उम्मीद है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि आगरा के समुदाय में एकता और भक्ति के जज़्बे को भी प्रदर्शित करता है। भक्तों ने इस अवसर पर देवी मां से सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। मंदिर में भक्तों का यह उत्साह आने वाले दिनों में भी जारी रहने की उम्मीद है।