अफसरों व चीनी मिल प्रतिनिधियों संग की बैठक, दिए निर्देश
राज्यमंत्री के रडार पर रही बीएचएल गोला, पलिया व खंभारखेड़ा, जमकर फटकारा
लखीमपुर खीरी। शुक्रवार की देर शाम अपनी निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार गन्ना विकास एवं चीनी मिल विभाग उप्र के राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार जनपद खीरी पहुंचे, जहां डीसीओ बीके पटेल ने उनके जनपद आगमन पर स्वागत किया।
कलेक्ट्रेट सभागार में राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार ने चीनी मिलों द्वारा गन्ने का बकाया गन्ना मूल्य शासन की मंशानुरूप त्वरित भुगतान कराने के लिए गन्ना विभाग के सभी अफसरो, चीनी मिलों अधिशाषी अधिकारियों व प्रबन्धकों की समीक्षा बैठक ली, संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने चीनी मिलों पर पेराई सत्र 2021-22 के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा के दौरान बजाज ग्रुप की चीनी मिल-गोला, पलियाकलां व खम्भारखेड़ा के गन्ना मूल्य भुगतान की अत्यन्त धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चीनी मिल प्रतिनिधियों को निर्देश दिये कि वह अपने चीनी मिल मालिक व सीएमडी से तत्काल वार्ता कर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान शीघ्रातिशीघ्र सुनिश्चित करायें।
डीसीओ बीके पटेल ने अवगत कराया कि बजाज ग्रुप की चीनी मिल-गोला,पलिया व खम्भारखेड़ा तथा एकल ग्रुप की चीनी मिल ऐरा नान सी.सी.एल. की श्रेणी में है, इन चीनी मिलों द्वारा उत्पादित की गयी चीनी व सह उत्पाद कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने निर्गत टैगिंग आदेशानुसार सम्बन्धित चीनी मिल अध्यासी व एसडीएम व ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक की संयुक्त अभिरक्षा में हैं, चीनी मिलों द्वारा उत्पादित चीनी व सह उत्पाद की बिक्री कर टैगिंग आदेशानुसार गन्ना मूल्य भुगतान किया जा रहा है।
राज्यमंत्री ने निर्देश दिये कि उक्त चीनी मिलों में उत्पादित चीनी व सह उत्पाद की बिक्री से प्राप्त होने वाली धनराशि से नियमानुसार गन्ना मूल्य भुगतान कराया जाय, चीनी मिलों द्वारा बिक्री से प्राप्त धनराशि से किसी प्रकार का व्यावर्तन न किया जाय, साथ ही चीनी व सह उत्पाद के गोदामों की कड़ी निगरानी करते हुए निकासी करायी जाय। चीनी मिल-अजबापुर द्वारा कृषकों को अधिकाधिक गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए प्रशंसा व्यक्त की। जनपद की अन्य चीनी मिलें यथा ऐरा, कुम्भी, गुलरिया, बेलरायां एवं सम्पूर्णानगर के बकाया गन्ना मूल्य का त्वरित भुगतान कराये जाने के कड़े निर्देश दिये। उन्होंने नियमानुसार गन्ना मूल्य भुगतान न करने वाली चीनी मिलों के प्रबन्ध तंत्र के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु सचेत किया। आगामी पेराई सत्र 2022-23 के लिए किये जा रहे गन्ना सर्वेक्षण कार्य को पूरी पारदर्शिता से कराने के निर्देश दिये, गन्ना सर्वेक्षण में किसी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये।
राज्यमंत्री ने चीनी मिलों में गन्ना पेराई कार्य के समापन की समीक्षा की। गन्ना पेराई कार्य कर रही चीनी मिल-बेलरायां व सम्पूर्णानगर प्रतिनिधियों को निर्देश दिये कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि चीनी मिल क्षेत्र के किसी भी कृषक का पेराई योग्य गन्ना आपूर्ति हेतु न शेष न रहे। समस्त पेराई योग्य गन्ना समाप्त होने के बाद ही चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त किया जाय। सहकारी चीनी मिलें घाटे में क्यों हैं, इसकी जानकारी चीनी मिल प्रतिनिधियों से की, निर्देश दिये कि सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए क्या प्रयास किये जा सकते हैं, का अध्ययन करते हुए विस्तृत रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराए।
उन्होंने कहा कि पेराई सत्र में गन्ना क्रयकेन्द्रों पर घटतौली कदापि न हो। गन्ने के दलालों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराए। गन्ना विभाग के जनपद मुख्यालय व परिक्षेत्रीय कार्यालयों में नियत सुबह 10 से 12 बजे के मध्य कार्यालय में किसानों की समस्याओं को सुना जाय। यथासम्भव त्वरित निस्तारण कराया जाय। किसानों की समस्याओं को कार्यालय में एक पंजिका में अनुरक्षित की जाय। अंकित किसानों की समस्याओं के निस्तारण का सतत् अनुश्रवण करें। किसानों का हित सर्वोपरि है, अस्तु गन्ना किसानों के गन्ने की समय से आपूर्ति सुनिश्चित हो, उनका गन्ना मूल्य भुगतान नियमानुसार कराया जाय। ऐसी व्यवस्था बनायी जाय कि गन्ना किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
बैठक के अंत में जिला गन्ना अधिकारी बीके पटेल ने कहा कि मंत्री जी द्वारा जो भी मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देश दिए गए उनका पूर्णतया अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।