उत्तरकाशी (उत्तराखंड) )। चीन से तनातनी के बीच जिले में सैन्य हलचल बढ़ गई है। उत्तरकाशी जिला चीन और तिब्बत की सीमा से सटा है। चिन्यालीसौड़ से सीमा की अग्रिम चौकियों तक आईटीबीपी और सेना ने चौकसी बढ़ा दी है। चिन्याली हेलीपैड में भी सेना की हलचल बढ़ गई है।
सीमांत उत्तरकाशी जिले में नेलांग सीमा की अंतिम चौकियों पर सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) के जवानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। हालांकि, आईटीबीपी की उप महानिरीक्षक अपर्णा कुमार का कहना है कि उत्तराखंड से लगी सीमा पर हाई अलर्ट तो है, पर गतिरोध जैसी कोई बात नहीं है। जो हिमवीर कोरोना पॉजिटिव हुए थे, उन्हें भी स्वस्थ होने के बाद सीमा पर भेजा जा रहा है। स्थानीय लोगों का सेना के साथ अच्छा तालमेल है।
सूत्रों के मुताबिक रविवार को 150 जवानों की टुकड़ी बॉर्डर के लिए रवाना हुई है। उत्तराखंड की चीन सीमा पर सुरक्षा को लेकर वायु सेना भी अलर्ट है। चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर सेना की गतिविधि बढ़ गई है। सीमा की ओर जाने वाले जवानों का अहम पड़ाव चिन्यालीसौड़ है। यहां सेना के जवानों की आवाजाही दो दिन से बढ़ गई है।
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ की करीब 345 किलोमीटर सीमा चीन से सटी है। यह बेहद संवेदनशील सीमा है। यहां की चौकसी बेहद जरूरी है। इसमें से 122 किलोमीटर हिस्सा उत्तरकाशी जिले में पड़ता है। उधर, नीलांग घाटी में सेना की नई टुकडियां पहुंच गई हैं। वायुसेना के जंगी विमान भी गस्त लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव के बाद उत्तराखंड के सीमांत इलाकों में वायुसेना अलर्ट पर है। उत्तरकाशी जिले की 122 किलोमीटर सीमा पर आईटीबीपी के जवान मोर्चा संभाले हैं। पिछले दो दिन से सुबह के वक्त वायुसेना के हेलीकॉप्टर सीमा का जायजा ले रहे हैं।