मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने 2024 के आगामी चुनावों को लेकर मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी पर माफी मांगी है। मेटा ने अपने बयान में कहा कि जुकरबर्ग की टिप्पणी अनजाने में की गई थी और कंपनी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। जुकरबर्ग ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर चुनावों के संदर्भ में कुछ ऐसी बातें की थीं, जिन्हें गलत तरीके से समझा गया और इस पर विवाद खड़ा हो गया।
मेटा ने यह भी स्पष्ट किया कि कंपनी का कोई भी उद्देश्य या विचार चुनाव प्रक्रिया में किसी प्रकार की अव्यवस्था या पक्षपाती निर्णय लेने का नहीं था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस तरह की टिप्पणियों को लेकर मेटा ने अपने स्टाफ और समुदाय से अपील की है कि वे सही जानकारी और नियमों का पालन करें, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में विश्वास बना रहे।
मार्क जुकरबर्ग की विवादास्पद टिप्पणी पर उठे विवाद के बाद मेटा ने अपनी नीतियों को और अधिक स्पष्ट और पारदर्शी बनाने का वादा किया है, ताकि भविष्य में इस तरह की गलतफहमियां न हों।
इस माफी के साथ मेटा ने यह भी कहा कि वह आगामी चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा और अपनी तकनीकी नीतियों को सख्ती से लागू करेगा।