दृष्टिबाधित महिला टी20 टीम से मुलाकात, पीएम मोदी बोले…पॉलिटिक्स में सब ऑलराउंडर

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप चैंपियन टीम के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने टीम की सराहना की और उनके साथ फोटो खिंचवाई। इस मुलाकात के दौरान, टीम ने प्रधानमंत्री को एक हस्ताक्षरित बैट भेंट किया, और प्रधानमंत्री ने टीम को एक हस्ताक्षरित गेंद दी ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जो लोग मेहनत करते हैं और आगे बढ़ते हैं, उनकी कोशिशें कभी व्यर्थ नहीं जातीं, न सिर्फ मैदान में बल्कि जीवन में भी। उन्होंने टीम की सफलता को भारत की तेजी से हो रही प्रगति और युवाओं के साहस का प्रतीक बताया। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने टीम के सदस्यों को मिठाइयां भी दीं और उनके साथ अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने टीम की कप्तान दीपिका टीसी और अन्य सदस्यों से बात की और उनकी उपलब्धियों की सराहना की

दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप चैंपियन टीम के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत कुछ इस तरह रही……………

खिलाड़ी – सर आपको कैसे पता लगा ये गाना गाती है?

प्रधानमंत्री – ऐसा है मैं आप सबका ध्यान रखता हूं जी।

खिलाड़ी – सर आपके साथ बात करके मैं पूरा पेट भर गया।

प्रधानमंत्री – पेट भर गया।

प्रधानमंत्री – आप लोग मेहनत करके निकले हुए लोग हैं। आपने अपनी एक पहचान बनाई है।

प्रधानमंत्री – सबके सिग्नेचर है?

खिलाड़ी – यस सर।

प्रधानमंत्री – इस पर सिग्नेचर करना है।

खिलाड़ी – यस सर।

प्रधानमंत्री – देखिए वंदे मातरम के 150 साल हुए है।

खिलाड़ी – यस सर।

प्रधानमंत्री – तो इसलिए मैंने वंदे मातरम लिखा है।

प्रधानमंत्री – हमने सुना है आप बहुत अच्छा गाना गाती हो?

खिलाड़ी – यस सर। गंगाधरा शंकरा करुणा करा, मामव भवसागर तारका, भो शंभू, शिव शंभू स्वयंभू।

प्रधानमंत्री – वाह। तो मालूम है आपको कि मैं काशी का सांसद हूं, इसलिए शंभू को याद किया।

खिलाड़ी – यस सर।

खिलाड़ी – सर हमारी टीम में सब ऑलराउंडर player हैं।

प्रधानमंत्री – अच्छा, सब के सब, तो पॉलिटिक्स जैसा है। पॉलिटिक्स में सब ऑलराउंडर होते हैं। वो कभी मंत्री बन जाता है, कभी एमएलए बन जाता है, कभी एमपी बन जाता है।

प्रधानमंत्री – जय जगन्नाथ !

खिलाड़ी – जय जगन्नाथ। मैं मोदी सर के साथ में जाके फोटो खींचने के लिए गई, आप गाना गाते हैं। सडनली पूछा, आपको, सर को कैसे पता है, मेरे को पता नहीं, और मेरे को पूरा एक बार पूरा शॉक हो गई।

प्रधानमंत्री – पहले काव्या, आइए।

खिलाड़ी – Thank you.

खिलाड़ी – सर आपको कैसे पता लगा ये गाना गाती है?

प्रधानमंत्री – ऐसा है, मैं आप सबका ध्यान रखता हूं जी।

खिलाड़ी – मेरे पापा का भी एक बहुत बड़ा सपना था। वो उनको बहुत लाइक करते थे। लेकिन अभी मेरे पापा नहीं है, लेकिन मैं मन में सोच रही हूं कि अगर मेरे पापा ने देखा होगा, तो उनको बहुत खुशी हो गई होगी।

प्रधानमंत्री – इसका मतलब नहीं इतना ही खाना है, और भी है। चलिए ये जम्मू-कश्मीर को खिलाओ, जो ऑलराउंडर है। ये मध्य प्रदेश है।

खिलाड़ी – वो लोग पूरा गांव में बात करते हैं, तुम ब्लाइंड है, तुम क्या करते हो? तुम कुछ भी नहीं करते हो। वैसे पूरा बात करते हैं। और हमारा पापा-मम्मी उन लोगों को बात करते हैं और थोड़ा हर्ट होते हैं वो लोग।

प्रधानमंत्री – अभी तो, अभी तो गांव वाला उल्टा बोलना शुरू किया होगा?

खिलाड़ी – यर सर। यर सर। अच्छा लगा उनके हाथ से पहली बार कुछ हमने मिठाई खाया। तो मतलब वो कुछ बहुत अच्छा फीलिंग्स था, मैं कुछ कह नहीं सकती हूं। मेरा एक ड्रीम था, मैं, मेरा ड्रीम फुलफिल हो गया।

प्रधानमंत्री – शुरू करो बेटा दीपिका। तो पसंद नहीं है ये?

खिलाड़ी – पसंद है।

प्रधानमंत्री – सिर्फ मीठा खाती हो।

खिलाड़ी – सर आपके साथ बात करके मैं पूरा पेट भर गया।

प्रधानमंत्री – पेट भर गया।

प्रधानमंत्री – जो मेहनत करके आगे आते हैं, उनकी मेहनत कभी भी विफल नहीं जाती। सिर्फ खेल के मैदान में नहीं, जिंदगी में भी। तो आप लोग मेहनत करके निकले हुए लोग हैं। आपने अपनी एक पहचान बनाई है, और उसके कारण अब देखा आपका आत्मविश्वास भी बहुत बढ़ गया होगा।

खिलाड़ी – जी सर।

प्रधानमंत्री – पहले गांव में टीचर से बात करनी है, तो भी आप सोचते होंगे, बात करूं कि नहीं करूं? और आज आप प्राइम मिनिस्टर से बात कर रहे हैं।

खिलाड़ी – यस सर। आप इतना अच्छे से हम लोगों के साथ बात कर रहे है ना, हम सब फ्री……बात करने के लिए मन कर रहा है ।

प्रधानमंत्री – आप मेरे अपने हैं, तो मैं तो ऐसे ही बात करूंगा।

खिलाड़ी – उनकी लीडरशिप में हमारा जो स्पोर्ट है, वो बहुत आगे जा रहा है। हर फील्ड में वो बहुत अच्छा कर रहे हैं। बहुत टीमें बहुत आगे जा रही हैं।

प्रधानमंत्री – आप लोगों से मिलता हूं, तो मुझे भी लगता है कि वाह, हमारा देश कितना आगे बढ़ रहा है, कितनी हिम्मत है इन बच्चों में। जैसे हम चुनाव लड़ते हैं।

खिलाड़ी – यस सर।

प्रधानमंत्री – तो सामने वाले की जमानत जब जब्त हो जाती है, डिपॉजिट जब्त हो जाती है, तो लोग कहते हैं कैसे इंसान हो तुम, उसकी जमानत भी खा गए। आप लोगों ने इस बार खेल में किसी को 10 ओवर में वापिस पवेलियन भेज दिया।

खिलाड़ी – सर तीन ओवर में भेज दिया।

प्रधानमंत्री – तो ये, ये इतनी क्रूरता क्यों करते हो आप लोग? चलिए, सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आपने देश का नाम रोशन किया है, और देश के सभी लोगों को इससे इंस्पिरेशन मिलेगा।

खिलाड़ी – जी सर।

खिलाड़ी – Thank You Sir.

प्रधानमंत्री – और सिर्फ दिव्यांग को नहीं, बाकियों को भी प्रेरणा मिलेगी।

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