
पीलीभीत। मानव और वन्य जीव के बीच बढ़ रहे संघर्ष को लेकर वन विभाग ने एक आवश्यक बैठक बुलाकर संयुक्त रणनीति बनाई है। जिसके जरिए जनपद के आरक्षित वन क्षेत्र में मानव और वन्य जीव के बीच संघर्ष को कम करने पर काम किया जायेगा।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में आवश्यक बैठक हुई, जिसमें माला, महोफ एवं पीलीभीत रेंज के बाघ मित्र शामिल हुए। बैठक में पीलीभीत टाइगर रिजर्व और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक दम से मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई।
प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में एका एक बढ़ोतरी हुई है। बाघ मित्रों को अपना सूचना तंत्र और अधिक विकसित करना होगा व ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक जागरूकता कार्यक्रम चलाने होंगे। थोड़ी सी लापरवाही बहुत नुकसानदायक होती है। घटनाओंक के एका एक वृध्दि के कारणो को भी खोजना होगा। प्रत्येक जीवन की रक्षा करनी हैं। यहां पर नरेश कुमार वरिष्ठ परियोजना अधिकारी डब्ल्यू डब्ल्यू एफ ने कहा कि मानव वन्य जीव संघर्षनिवारण के लिए वृहद स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले साप्ताहिक बाजारो में जन जागरुकता कार्यक्रम को बाघ मित्र एक अभियान के रुप में लेंगे। कार्यक्रम के अन्तर्गत गोष्ठी और नाटकों का आयोजन किया जाएगा। हर मनुष्य का जीवन बहुत कीमती है।