
- गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कबूला जुर्म -कहा, आत्मरक्षा में चला दी थी गोली
Meerut : थाना सरूरपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने हत्या के मुकदमे में वांछित और ₹25 हजार के इनामी अपराधी हारून पुत्र ताज मोहम्मद उर्फ ताजू, निवासी ग्राम पाँचली बुजुर्ग को रविवार को मेरठ–करनावल हाईवे स्थित पाँचली बाईपास से गिरफ्तार कर लिया।
यह गिरफ्तारी उस मुकदमे से जुड़ी है, जिसमें वर्ष 2022 में ग्राम पाँचली बुजुर्ग निवासी नेत्रपाल की गोली मारकर हत्या की गई थी।
फसलों और पैसों के विवाद ने ली हत्या की शक्ल
मामला 7 अप्रैल 2022 का है। ग्राम पाँचली बुजुर्ग निवासी चरण सिंह ने थाना सरूरपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके भाई नेत्रपाल की गांव के ही हारून ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों के बीच पशुचर की जमीन में लगी गेहूं की फसल और पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाली रात दोनों में कहासुनी बढ़ी और झगड़ा इतना बढ़ गया कि नेत्रपाल ने बलकटी से हारून पर हमला किया, जिससे हारून के सिर में गंभीर चोटें आईं। गुस्से में हारून ने अपने पास रखे तमंचे से नेत्रपाल को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
डकैती के मुकदमे से हत्या की धाराओं में बदला मामला
घटना के बाद चरण सिंह की तहरीर पर थाना सरूरपुर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 78/22, धारा 396 भादवि (डकैती में हत्या) में केस दर्ज किया। शुरुआती जांच में छह लोगों के नाम सामने आए थे, जिनमें सुमित, संजीव उर्फ जाली, दीनू, सद्दाम, जीशान और इसरार शामिल थे। लेकिन विवेचना के दौरान उनकी संलिप्तता साबित नहीं हुई। साक्ष्य मिलने के बाद 2 अगस्त 2025 को हारून का नाम प्रकाश में आया, जबकि अन्य के नाम विवेचना से अलग कर दिए गए। साक्ष्यों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि घटना डकैती नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रंजिश में हुई हत्या थी। इसी कारण मुकदमे की धारा 396 से संशोधित होकर 302 (हत्या) में बदल दी गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घोषित किया ₹25 हजार का इनाम
घटना के बाद से हारून फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ ने 20 अक्टूबर 2025 को ₹25 हजार का इनाम घोषित किया। एसपी देहात अभिजीत कुमार और सीओ सरधना आसुतोष कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार हारून की तलाश में लगी रही।
सर्विलांस की मदद से बाईपास पर पकड़ा गया आरोपी
रविवार को मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी आरोपी हारून मेरठ–करनावल हाईवे के पाँचली बाईपास के पास दिखाई दिया। थाना प्रभारी अजय शुक्ला और सर्विलांस प्रभारी मुनेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने तुरंत घेराबंदी की और हारून को दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के समय आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस टीम ने मौके पर ही उसे पकड़ लिया।
पुलिस पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में हारून ने अपना जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि उस रात नेत्रपाल के साथ झगड़े में उसने आत्मरक्षा के लिए तमंचे से फायर किया था, लेकिन गोली लगने से नेत्रपाल की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आरोपी का पुराना आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपी हारून (उम्र लगभग 42 वर्ष) का पुलिस रिकॉर्ड पहले से ही दागदार रहा है। वर्ष 2019 में थाना सरूरपुर में मु.अ.सं. 407/2019, धारा 3/5/8 गौवध अधिनियम में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस को शक है कि आरोपी अन्य आपराधिक घटनाओं में भी संलिप्त रहा हो सकता है।
गिरफ्तारी टीम को मिलेगा सम्मान
इनामी आरोपी की गिरफ्तारी में थाना सरूरपुर और सर्विलांस टीम की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक देहात ने टीम को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है।
थाना प्रभारी बोले – कानून के शिकंजे से अब कोई नहीं बचेगा
थाना प्रभारी अजय शुक्ला ने बताया कि हारून पुत्र ताज मोहम्मद उर्फ ताजू वर्ष 2022 के नेत्रपाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी था। पुलिस टीम ने अथक प्रयासों के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है। कानून से भागने वाला अब कोई अपराधी नहीं बचेगा।
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