
मथुरा। गोवर्धन थाना क्षेत्र के राधाकुंड स्थित गोपी विहार कॉलोनी में बुधवार को एक रिटायर्ड BSF सैनिक की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। पूरे दिन बिना बाहर निकले रहने के बाद, विष्णु दास बाबा उनके घर गए तो वहां विनोद पांडेय का शव रसोई में उल्टा पड़ा मिला। शव के हाथ-पैर बंधे थे और मुंह पर कपड़ा बंधा हुआ था। जब विष्णु दास बाबा ने बाहर आकर आवाज लगाई, तो आसपास के लोग जमा हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और एसपी देहात सुरेश चंद्र रावत, सीओ अनिल कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान, घर का सामान बिखरा हुआ पाया गया, अलमारी खुली थी और घर की सजावट का भी नुकसान हुआ था। राधारानी की मूर्ति का श्रृंगार भी अस्त-व्यस्त पड़ा था, और घर से गहने गायब थे। साथ ही, एक स्कूटी और बाइक भी चोरी हो चुकी थी। देर शाम पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया, और घटना की जांच तेज कर दी है।
विनोद पांडेय मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी थे। पिछले 25 वर्षों से राधाकुंड में रहते हुए, वे राधारानी की पूजा में लीन रहते थे। उन्होंने अपने धार्मिक विश्वास के कारण बीएसएफ से स्वेच्छा से सेवानिवृत्त लिया था। उनका पूरा दिन भजन और पूजा में बीतता था। करीब आठ महीने पहले, जब उनके भाई ने गोपी विहार कॉलोनी में मकान बनवाया, तब से वे वहां आकर रहने लगे थे। वह घर में अकेले ही रहते थे, और आसपास के लोग उन्हें गुरु मानते थे, जो सभी को भक्ति करने के लिए प्रेरित करते थे।
बुधवार को जब वे पूरे दिन घर से बाहर नहीं निकले, तो विष्णु दास बाबा उनके घर गए। वहां देखा कि विनोद का शव रसोई में उल्टा पड़ा हुआ था, उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे और मुंह पर कपड़ा था। इस खबर पर शोर मचाने के बाद, लोग मौके पर जमा हो गए। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की। घर का सामान बिखरा पड़ा था, और घर की सजावट भी क्षतिग्रस्त थी। गहने और अन्य मूल्यवान वस्तुएं घर से गायब थीं, और दो वाहनों का भी चोरी होना सामने आया है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है, और पुलिस ने परिजनों को सूचित कर लिया है।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि, गोपी विहार कॉलोनी नई बसी है, इसलिए आसपास अभी बहुत अधिक मकान नहीं बने हैं। आरोपी घर में घुसने के लिए कहीं भी जोर जबरदस्ती के निशान नहीं पाए गए हैं। घर का मुख्य गेट अक्सर खुला रहता था, क्योंकि विनोद पांडेय गेट बंद नहीं करते थे। आसपास के लोगों ने बताया कि उनके पिता भी उनके साथ रहते थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही वह अल्मोड़ा चले गए हैं। लोग उन्हें धार्मिक गुरु के रूप में मानते थे और भक्ति करने के लिए प्रोत्साहित करते थे।
पुलिस का मानना है कि, घर में घुसकर बदमाशों ने हत्या के साथ ही लूटपाट भी की है। गहने और कीमती सामान चोरी का संदेह है। अभी तक की जांच में, प्रतीत हो रहा है कि दम घुटने से मौत हुई है। पुलिस की चार टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हैं, और जल्दी ही वे पकड़ लिए जाएंगे।
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