
- बिजली विभाग पर उपभोक्ताओं ने लगाए मनमानी और पारदर्शिता की कमी के आरोप
Vrindavan, Mathura : स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर उपभोक्ताओं और व्यापारियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को व्यापारी नेता धनेंद्र अग्रवाल बॉबी के नेतृत्व में सैकड़ों लोग चुंगी चौराहा से बड़ा बगीचा बिजली घर तक पैदल मार्च करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते नजर आए।
बिना सहमति जबरन मीटर बदले जा रहे
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विभाग उपभोक्ताओं की सहमति और पूर्व सूचना के बिना स्मार्ट मीटर जबरन बदल रहा है। पुराने मीटरों में किसी को शिकायत नहीं थी, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिलों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है।
व्यापारी नेता धनेंद्र अग्रवाल बॉबी ने कहा कि यह उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है। विद्युत अधिनियम 2003 के अनुसार उपभोक्ताओं को प्रीपेड या पोस्टपेड चुनने का हक है, लेकिन यह अधिकार भी छीना जा रहा है। यदि यही रवैया रहा तो व्यापारी और जनता मिलकर बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
872 से 6016 तक पहुँचा मीटर शुल्क
प्रदर्शन में शामिल उपभोक्ताओं ने नए कनेक्शन शुल्क को लेकर भी आक्रोश जताया। पहले सिंगल फेज मीटर के लिए 872 रुपए देने पड़ते थे, लेकिन अब स्मार्ट मीटर के नाम पर यह शुल्क बढ़ाकर 6016 रुपए कर दिया गया है।
अधिकारी नदारद, दरवाजे पर चस्पा किया ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जब वे अपनी शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो कार्यालय में कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था। मजबूरन ज्ञापन को अधिकारी के दरवाजे पर चस्पा करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि विभाग का यही रवैया रहा तो आने वाले दिनों में और उग्र आंदोलन होगा।
रिकॉर्ड अपडेट नहीं, भारी बिल थमाया जाता है
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद कई बार पोर्टल पर उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड अपडेट नहीं होता। नतीजतन महीनों तक बिल नहीं आता और फिर अचानक भारी-भरकम बिल थमा दिया जाता है। इसे जनता ने विभाग की तानाशाही और पारदर्शिता की कमी बताया।
इनके साथ कई नागरिक मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें: Ghaziabad : बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर की आत्महत्या
राजनीतिक विराेधियाें के खिलाफ तुंरत कानूनी कार्रवाई हाे : ट्रंप