
- गौहत्या रोकने को गोवर्धन में हिंदू महापंचायत का आयोजन, गोरक्षक दल व संत समाज हुए एकजुट
- गोवर्धन में गोवंशी का कटा सिर मिलने से गौरक्षकों में आया था उबाल
गोवर्धन/ मथुरा : गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने तथा गौहत्या में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर गोवर्धन में विशाल हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में गोरक्षक दल व विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ संत समाज के प्रतिनिधि भी भारी संख्या में उपस्थित रहे।
आज यहां आयोजित महापंचायत में उपस्थित संतों और वक्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि पूरे देश में गोहत्या पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो सके। ब्रजभूमि में किसी भी जीव हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध हो। संत गोपेश कृष्ण दास ने कहा, “गोवध किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ब्रजभूमि में किसी भी जीव हत्या पर रोक लगानी होगी।”
मान मंदिर के सुनील सिंह ने कहा, “अब समय आ गया है कि सरकार ठोस कदम उठाए और दोषियों को जेल भेजे।” श्याम सुंदर उपाध्याय ने प्रशासन को चेताते हुए कहा, “ब्रजभूमि में यदि किसी भी तरह की जीव हत्या पर प्रतिबंध नहीं लगा तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।” गोरक्षक दल के धीरज कौशिक बोले, “पुलिस को चाहिए जीव हत्या करने वालों के खिलाफ कठोर धाराएं लगाई जाएं।”
आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने महापंचायत में ऑडियो से अपना संदेश भेजा। उन्होंने कहा, “गोवर्धन में कुछ लोग हिंदुओं का हित नहीं चाहते हैं। कुछ विधर्मियों ने गोहत्या कर गंदा काम किया है। उन्हें ब्रजभूमि में हुई इस घटना से बड़ी वेदना हुई है। वे परदेश में हैं, सात नवंबर से 16 नवंबर तक ब्रजभूमि को मांस और मदिरा से मुक्त करने को दिल्ली से वृंदावन पदयात्रा करेंगे।”
नोएडा से राष्ट्रीय हनुमान दल के अध्यक्ष रोहित, हनुमान दल के नीरज सोलंकी, केशव मुखिया, वृंदावन से आए मृदुलकांत शास्त्री, धीरेन्द्र शास्त्री के शिष्य रोहित बिछविया, जितेंद्र रावत, अतुल कृष्ण, सखी बाबा, श्याम सुंदर उपाध्याय, धीरज कौशिक, नेत्रराज सिंह नीटू, करणी सेना के ठाकुर फतेह सिंह, श्रेयस गुजराती, हेमंत शर्मा, सौरभ लंबरदार खेड़ा, ज्ञानेंद्र सिंह राणा, कपिल सेठ आदि अनेक लोग मौजूद थे।
गोवर्धन में आयोजित हिंदू महापंचायत में हिंदूवादियों ने मुख्यमंत्री के नाम 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शामिल थे: ब्रजभूमि में मांस, मदिरा, अंडा आदि पर पूर्ण प्रतिबंध; सभी जीवों की हत्या व कुर्बानी पर प्रतिबंध; गोमाता से जुड़े व्यापारियों को शपथ पत्र के साथ स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेनी होगी; किंतु मुस्लिम समाज को गोवंशी के व्यापार से प्रतिबंधित किया जाए; सभी संपर्क मार्ग पर मांस और मदिरा की दुकानें बंद हों; विधर्मी द्वारा गोहत्या करने पर मृत्यु दंड; 74 आरोपितों को जेल भेजना; परिक्रमा मार्ग में अवैध मस्जिद, मदरसा, मजार की जांच कर कार्रवाई; धर्मांतरण, लव जेहाद पर तुरंत अंकुश; व कानून का सख्ती से पालन।
उक्त मांगों को लेकर गोरक्षक दल के सदस्यों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने सभी को आश्वस्त किया कि इस पर उच्चाधिकारियों से चर्चा कर कार्यवाही की जाएगी। ज्ञापन सौंपने वालों में दीनबंधु दास, गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, श्याम सुंदर उपाध्याय, धीरज कौशिक, हेमंत शर्मा, विकास दादा, सौरभ लंबरदार, पवन दुबे, सियाराम शर्मा, गोलू, छाया गौतम, दीपक तिवारी आदि उपस्थित थे।
महापंचायत शाम 4 बजे शुरू हुई, तभी आसमान से बारिश होने लगी। परंतु गोभक्त अपने स्थान से नहीं हुई। पूरी महापंचायत बारिश के बीच ही चली। आयोजन स्थल पर पानी भर गया, तो गोभक्त पानी में ही बैठकर वक्ताओं के विचार सुनते रहे। वक्ताओं ने भी बारिश में अपनी बात रखी।