
Mathura : बार चुनाव से पहले अधिवक्ताओं की राजनीति गरमा गई है। चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। अधिवक्ताओं के हित की बात करने का यह मौका जिला प्रशासन ने संभावित प्रत्याशियों को दिया है।
कलेक्ट्रेट परिसर में रात के समय जिला प्रशासन ने जेसीबी की मदद से 50 से अधिक चैम्बरों को तोड़ दिया। रविवार को कलेक्ट्रेट पर छुट्टी का दिन था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में अधिवक्ता कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से प्रभावित अधिवक्ता आक्रोशित थे, और बार चुनाव के संभावित प्रत्याशी भी इस मुद्दे पर मुखर थे।
कुछ अधिवक्ताओं ने इस कार्यवाही के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को सीधे जिम्मेदार ठहराया, जबकि कई अधिवक्ता इसे जिला प्रशासन की कायराना हरकत बता रहे हैं। छुट्टी का दिन होने की वजह से अधिकारी भी मौजूद नहीं थे और अधिवक्ताओं की संख्या भी कम थी।
यह भी कहा जा रहा है कि मथुरा में कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ताओं द्वारा अवैध रूप से बनाए गए चैम्बर तोड़े गए हैं। वहीं, अधिवक्ताओं का तर्क है कि यदि चैम्बर अवैध थे, तो निर्माण के समय उन्हें रोका जाना चाहिए था।
बार चुनाव से पहले हुई यह घटना मथुरा में अधिवक्ताओं की राजनीति को और गर्मा सकती है। कामकाजी दिन पर जब कलेक्ट्रेट पर अधिवक्ता पूरी क्षमता से मौजूद होंगे और अधिकारी कार्यालयों में होंगे, तब यह मुद्दा कितना जोर पकड़ता है, यह स्पष्ट हो सकेगा।













