
- नए साल से रेलिंग सिस्टम के जरिए कतारबद्ध दर्शन; विशेषज्ञों ने मंदिर परिसर व गेटों की बारीकी से जांच
Vrindavan, Mathura : जग प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी मंदिर में नए साल पर आने वाले श्रद्धालु रेलिंग व्यवस्था से कतारबद्ध होकर ठाकुरजी के दर्शन करेंगे। आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, इसे लेकर एएसआई व आईटीआई रुड़की की टीम बुधवार को बांके बिहारी मंदिर पहुंची। जहां विशेषज्ञों ने मंदिर प्रबंधन के साथ मंदिर परिसर में लगाई गई रेलिंग व आसपास के क्षेत्र का अत्याधुनिक मशीनों से निरीक्षण किया। यहां बताते चलें कि पिछले हफ्तों में बनाई गई उच्च-पावर कमेटी की ओर से प्रस्तावित रेलिंग व्यवस्था के लिए यह सर्वे व्यापक रूप से किया गया।
पिछली बैठक में तय हुआ था कि नए साल से मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु रेलिंग के माध्यम से कतारबद्ध होकर प्रवेश करेंगे। निरीक्षण दल ने मंदिर के दो नंबर गेट और तीन नंबर गेट के आसपास की जमीन, मार्ग और सार्वजनिक सुरक्षा व भीड़ नियंत्रण की संभावना को बारीकी से परखा। कमेटी सदस्य दिनेश गोस्वामी ने बताया कि रेलिंग ट्रैक के लिए चुनी गई लोकेशन की ज़मीनी-स्थिति, भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आज का निरीक्षण किया गया। ज्ञात हो कि मंदिर परिसर में पहले भी एक बड़ा गड्ढा हो चुका था, जिसे कोरोना दौर में भरवाया गया था, जिसमें करीब 70 से 80 लाख रुपये खर्च किए गए थे। अब, रेलिंग जैसी स्थायी व्यवस्था से दर्शन के दौरान किसी दुर्घटना या असुविधा की संभावना को न्यूनतम करने की कोशिश की जा रही है।
ऐसे में आने वाले त्यौहारों व श्रद्धा-मय दिनों में भक्तों को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सम्मानजनक दर्शन सुविधा मिल सके। इस दौरान एएसआई के डिप्टी डायरेक्टर राज नारायण सिंह, हाई पावर टेम्पल मेनेजमेंट कमेटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी, मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा व टीम के विशेषज्ञ मौजूद रहे।












