
चौमुहां, मथुरा। नेशनल हाईवे 19 पर स्थित ब्लॉक चौमुहां के गांव अकबरपुर के नाम को कथित तौर पर अज्ञात लोगों ने बदल दिया है। गांव और हाईवे के किनारे लगे सरकारी सूचना बोर्डों पर स्याही या पेंट से ‘अकबरपुर’ को मिटाकर उसकी जगह नया नाम ‘रघुवरपुर’ लिख दिया गया है।
यह घटना बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सार्वजनिक बयान के कुछ ही दिनों बाद सामने आई है, जिसने क्षेत्र में नया विवाद खड़ा कर दिया है और यह अब चर्चा का मुख्य विषय बन गया है। हाल ही में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिल्ली से वृंदावन के लिए ‘सनातन एकता पदयात्रा’ निकाली थी। मथुरा के छाता क्षेत्र से यात्रा शुरू होने के दौरान जब उन्हें अगले पड़ाव के रूप में ‘अकबरपुर’ का नाम बताया गया, तो उन्होंने नाम पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि यह नाम बताने में भी उन्हें दिक्कत हो रही है।

शास्त्री ने सार्वजनिक रूप से मांग करते हुए कहा था कि अकबरपुर का नाम ‘रघुवरपुर’ होना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा था कि यदि उनके पास प्रशासनिक शक्ति होती, तो वह तुरंत इस नाम को बदलने का आदेश दे देते।
धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान के ठीक बाद नाम बदलने की यह कार्रवाई हुई है। अज्ञात लोगों द्वारा बोर्ड पर नाम बदलने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने स्थानीय प्रशासन को तत्काल कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है।
इस संबंध में, स्थानीय थाना अध्यक्ष ने जानकारी दी है कि अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा सरकारी संपत्ति (बोर्डों) से छेड़छाड़ की गई है। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही, बदले गए बोर्डों को तत्काल प्रभाव से मूल स्वरूप में लाने का कार्य भी करवाया जा रहा है।
यह घटना जहां एक वर्ग में हर्ष का विषय बनी है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन और कानून व्यवस्था बनाए रखने वालों के लिए एक चुनौती बन गई है कि आखिर किन लोगों ने और किस उद्देश्य से सरकारी बोर्डों के साथ छेड़छाड़ कर नाम बदला है।
यह भी पढ़े : फर्जी वीजा और नकली एयरपोर्ट स्टैम्प के साथ भारतीय-मूल का कनाडाई नागरिक गिरफ्तार










