
Mathura : मथुरा-वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर का 54 साल से बंद पड़ा खजाना आज खोला जा रहा है। 1971 के बाद पहली बार खुल रहे इस तोषखाने को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्सुकता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित हाई पावर कमेटी की निगरानी में यह पूरी प्रक्रिया विधि-विधान से की जा रही है। माना जा रहा है कि तहखाने में सोने-चांदी के आभूषण, प्राचीन शस्त्र, हीरे-रत्न और अन्य बहुमूल्य वस्तुएं सुरक्षित रखी गई हैं।
प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। हर वस्तु का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे। खास बात यह है कि इस बार किसी भी गोस्वामी को इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है। 29 सितंबर को इस तहखाने को खोलने का निर्णय लिया गया था और शनिवार दोपहर मंदिर के दर्शन बंद होने के बाद कार्रवाई शुरू हुई।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस खजाने की रक्षा स्वयं शेषनाग करते हैं, इसलिए इसे विशेष पूजा-अर्चना के बाद खोला गया।
भक्तों में इस रहस्यमयी खजाने की झलक पाने को लेकर भारी उत्साह है। अभी इस खजाने को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है क्योंकि सभी अधिकारी अभी तोषखाने में मौजूद है। खजाने खोलने की प्रक्रिया के दौरान गोस्वामी समाज का रोज देखने को मिल रहा है गोस्वामी समाज आरोप लगा रहे हैं कि हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार के गैर मौजूदगी में यह खजाना खुलवाया जा रहा है और किसी को भी पूर्व सूचना नहीं दी गई है।