
गर्भावस्था से जन्म के दो साल बाद तक विशेष देखभाल की जरूरत
राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा घर घर दस्त्क देंगी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां
मथुरा। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने कलेक्ट्रेट परिसर से राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा 8 से 22 अप्रैल तक आयोजित होगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विशाल रैली निकाली गई जिसने पोषण के संबंध में जागरूक किया गया। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत मोटे अनाज, पौष्टिक आहार, स्वास्थ्य, स्वच्छता आदि के लिए जन जागरूक किया जाएगा।
राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा में जीवन के प्रथम 1000 दिवस गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म के प्रथम 2 वर्ष में विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किए जाने, लाभार्थी का लोकप्रियकरण, कुपोषण प्रबंधन के लिये सीएमएएम मॉड्यूल क्रियान्वयन, बच्चों में मोटापे की रोकथाम के लिये स्वस्थ्य जीवनशैली, पोषण एनीमिया, एनीमिया तथा पर्यावरण संरक्षण (मिशन लाईफ) पर जागरूक किया जाएगा। जिलाधिकारी ने समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए की घर घर जाकर लोगो को मोटे अनाज के प्रति जागरूक करें, उन्हें मोटे अनाज के फायदे बताए और सेवन करने के लिए प्रोत्साहित करे। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
मोटा अनाज कुपोषण की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाता है, हम सभी की थाली में मोटा अनाज जरूर होना चाहिए। इस दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी अशोक सिंह, सुपरवाइज़र वन्दना सक्सेना, निर्मल शर्मा, कमलेश कुमारी एवं आईसीडीएस विभाग के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।पोषण पखवाड़ा के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रतिदिन कुपोषण से संबंधित विविध प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसका मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को बच्चों में व्याप्त कुपोषण जैसी महत्वपूर्ण समस्या के कारणों एवं दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना है।
आईसीडीएस विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग , नगर पंचायत, नगर निगम, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, आपूर्ति विभाग, उद्यान विभाग आदि द्वारा भी जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण स्तर तक आयोजित किए जाएंगे। गतिविधियों के आयोजन के साथ प्रतिदिन उनकी फीडिंग भी पोषण अभियान के पोर्टल पर की जाएगी।