
झाँसी। शहर में शनिवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब जर्मनी हॉस्पिटल के पास स्थित एक नर्सिंग कॉलेज के कैंपस में अचानक आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और कॉलेज परिसर धुएं से भर गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसमान तक उठती दिखाई दीं। मौके पर मौजूद छात्र-छात्राओं और स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग की शुरुआत कैंपस के पिछले हिस्से में जमा कचरे के ढेर से हुई, जो धीरे-धीरे फैलते हुए कॉलेज के अन्य हिस्सों तक पहुंच गई। आग लगने के बाद आसपास के क्षेत्र में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। कई लोग तुरंत कॉलेज से बाहर निकल आए, जबकि कुछ ने कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था में जुटे कर्मचारियों की मदद से परिसर में फंसे अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन संकरी गलियों और मार्ग में खड़ी गाड़ियों के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ी कॉलेज कैंपस तक नहीं पहुंच सकी। इस वजह से स्थानीय लोगों ने कॉलेज कर्मचारियों के साथ मिलकर बाल्टियों, पाइपों और टैंकों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पा लिया गया।
फायर अधिकारियों का कहना है कि आग पर नियंत्रण पाने में स्थानीय नागरिकों का सहयोग अहम रहा। यदि समय रहते लोग तत्परता नहीं दिखाते, तो आग पास स्थित अस्पताल तक पहुंच सकती थी और बड़ा हादसा हो सकता था।
अभी तक आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, कचरे के ढेर में किसी ज्वलनशील पदार्थ या फेंकी गई बीड़ी-सिगरेट की वजह से आग लग सकती है। फिलहाल फायर विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
गनीमत रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, हालांकि आग की वजह से कॉलेज परिसर में रखे कुछ पुराने फर्नीचर, कागजात और प्लास्टिक सामग्री जलकर राख हो गई।
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