दिल्ली में निकला मौन मार्च, खतरनाक कचरे के खिलाफ जागरूकता की मुहिम तेज

दिल्ली : नगर निगम साउथ जोन के उपायुक्त दिलखुश मीणा और एनसीसी के लेफ्टिनेंट कर्नल ज्ञानेश लांबा के नेतृत्व में विभागीय टीम द्वारा सफदरजंग एन्क्लेव से आर.के. पुरम तक एक मौन मार्च का आयोजन कर जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस मौके पर महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने इस नई पहल के लिए निगम और एनसीसी टीम की सराहना करते हुए कहा कि दिल्ली शहर को स्वच्छ बनाना हमारा केवल एक सपना नहीं है, बल्कि हम सभी की साझा जिम्मेदारी है, जिसे हमें मिलकर पूरा करना है। इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को घरेलू खतरनाक अपशिष्ट के अनुचित प्रबंधन और निपटान के कारण सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी जोखिमों के प्रति जागरूक करना है।

लेफ्टिनेंट कर्नल ज्ञानेश लांबा ने एनसीसी कैडेटों की अनुशासित भागीदारी का मार्गदर्शन किया है, साथ ही नागरिक उत्तरदायित्व तथा युवाओं के नेतृत्व में बदलाव के संदेश को और सुदृढ़ किया गया है। उपायुक्त दिलखुश मीणा ने कहा कि जब शब्द कम पड़ जाएं, तो कर्मचारियों का काम बोलता है।

एनसीसी कैडेटों और निगम विभाग की टीम द्वारा मौन मार्च निकालकर जागरूकता अभियान चलाया गया। यह मौन मार्च केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं है, बल्कि हमारे शहर को साफ-सुथरा रखने वालों की रक्षा का एक वादा है। यह जागरूकता अभियान सफाई कर्मचारियों के प्रति एक सम्मान है। प्रत्येक नागरिक से अपील की गई है कि वह कचरे को स्रोत पर ही ज़िम्मेदारी से अलग करे। साथ ही, टूटे हुए कांच, ब्लेड, सैनिटरी कचरा, सीरिंज और रासायनिक कंटेनर जैसी खतरनाक सामग्रियों को यदि ठीक से अलग-अलग न किया जाए, तो यह हमारे शहर को साफ-सुथरा रखने वाले कर्मचारियों को गंभीर चोट पहुँचा सकती हैं।

एनसीसी लेफ्टिनेंट कर्नल ज्ञानेश लांबा ने कहा कि हमारे समुदाय में खतरनाक कचरे का ज़िम्मेदारी से निपटान करने की तत्काल आवश्यकता है। हम सभी को खतरनाक कचरे के निपटान में उचित सावधानी बरतनी चाहिए ताकि साफ-सफाई करने वाले कर्मचारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

एनसीसी कैडेटों ने ‘सफाई अपनाओ, बीमार भगाओ’ अभियान के आदर्श वाक्य के साथ खतरनाक कचरे के अनुचित निपटान के जोखिमों पर बैनर प्रदर्शित किए। यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छ सर्वेक्षण के बड़े लक्ष्यों के अनुरूप है।

2028 तक शहर को एक स्वच्छ और सुरक्षित स्थान बनाने की दिशा में नगर निगम की दक्षिणी क्षेत्र की प्रतिबद्धता को यह अभियान और मजबूत करता है। नगर निगम प्रत्येक निवासी से अपील करता है कि वह एक स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन संस्कृति बनाने में सहयोग करें और सफाई कर्मचारियों की गरिमा व सुरक्षा की रक्षा में अपनी भूमिका निभाएं।

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