
इंफाल। मणिपुर में उग्रवाद-विरोधी बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। मणिपुर पुलिस मुख्यालय से रविवार को मिली जानकारी के अनुसार एक दिन में कई जिलों से प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के 6 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
इस अभियान में तीन अलग-अलग उग्रवादी समूहों रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट/पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (आरपीएफ/पीएलए), नेशनल रिवोल्यूशनरी फ्रंट ऑफ मणिपुर (एनआरएफएम) और कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
सुरक्षा बलों ने इंफाल पश्चिम जिले के लामसांग थाना अंतर्गत लामडेंग मयाई लीकाई से आरपीएफ/पीएलए कार्यकर्ता 56 वर्षीय लैशराम जितेन सिंह को गिरफ्तार किया। जितेन सिंह मूल रूप से बिष्णुपुर जिले के कुम्बी तेराखोंग निवासी है।
इंफाल पूर्व जिले में पुलिस ने हीनगांग थाना अंतर्गत मंत्रिपुखरी फ्रेंड्स कॉलोनी से एनआरएफएम कार्यकर्ता 55 वर्षीय खैदेम सुनीला देवी को गिरफ्तार किया। खैदेम सुशीला इंफाल पश्चिम के मयांग इंफाल थाना वांगखेई लेईकाई की रहने वाली है।
सबसे बड़ी कार्रवाई तब हुई जब सुरक्षा बलों ने केसीपी (नोयोन) के दो सदस्यों को उनके घरों से एक साथ गिरफ्तार किया। 44 वर्षीय मोहम्मद मुजीबुर रहमान को थौबल जिले के लिलोंग थाना अंतर्गत लिलोंग तुरेल अहानबी मथक लेईकाई से हिरासत में लिया गया, जबकि 44 वर्षीय सोरेनशांगबाम बुंगचा उर्फ विनर को इंफाल पश्चिम के सिंगजामेई थाना अंतर्गत लीवा रोड इमोइनु लेईराक स्थित नाओरेम लेईकाई से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने दोनों के पास से एक .32 कैलिबर की पिस्तौल, मैगज़ीन और दो मोबाइल फोन बरामद किए।
केसीपी के एक अन्य सदस्य, हेइखम मिलन सिंह उर्फ खाबा (32) को काकचिंग जिले के वांगू थाना अंतर्गत वांगू ममांग शबल से गिरफ्तार किया गया।
समन्वित छापों में मोइरंगथेम चाओबी सिंह भी पकड़ा गया, जिसे याइमा, लांथोइबा और कुमार जैसे कई उपनामों से जाना जाता है। थौबल जिले के हेरोक पार्ट-II लैशराम लेइकाई के 50 वर्षीय आरपीएफ/पीएलए सदस्य को इंफाल पूर्व के पोरोम्पट पुलिस स्टेशन के अंतर्गत खुरई कोनसम लेइकाई से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि वह जबरन वसूली की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और सुरक्षा बलों के खिलाफ भीड़ को उकसा रहा था।
एक दिन पहले, 26 सितंबर को सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर जिले के कुम्बी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत कुम्बी बाजार से एक और आरपीएफ/पीएलए कार्यकर्ता, 49 वर्षीय नोंगमाईथेम ज्ञानेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया था। सिंह, जो संगठन को रसद सहायता प्रदान कर रहा था, के पास से एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिला।