
मंडी जिले में लोक निर्माण विभाग ने विश्वकर्मा मंदिर चौक के पास थनेहड़ा मोहल्ले की क्षतिग्रस्त पहाड़ी को स्थिर करने का कार्य शुरू कर दिया है। विभाग द्वारा आधुनिक ड्रिफ्टर ड्रिल और कंप्रेशर मशीन का उपयोग कर पहाड़ी की चट्टानों में गहरे छेद किए जा रहे हैं, जिनमें दो से तीन मीटर गहरी रॉड डाली जाएगी। इसके बाद इन रॉड्स को नट-बोल्ट से मजबूत किया जाएगा।
इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग द्वारा नीचे सड़क के साथ तीन मीटर का डंगा बनाने का कार्य भी चल रहा है, ताकि भविष्य में पहाड़ी के खिसकने का खतरा न रहे। 45 मीटर ऊंचे डंगे का निर्माण किया जाएगा, जिससे भूस्खलन को रोका जा सकेगा।
यह कार्य बुधवार से शुरू किया गया है, और विभाग ने इसे एक महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। कार्य के दौरान महामृत्युंजय चौक से लेकर विश्वकर्मा मंदिर तक सड़क पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है। हालांकि, थनेहड़ा मोहल्ले को जाने वाला रास्ता खुला रहेगा, लेकिन यहां दो पहिया वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी।
वर्ष 2022-23 की आपदा के दौरान थनेहड़ा मोहल्ले की पहाड़ी को नुकसान पहुंचा था, जिससे मोहल्ले के 12 घरों को खतरा हो गया था। प्रशासन ने पिछले साल तिरपाल लगाकर सुरक्षा के उपाय किए थे, लेकिन अब स्थायी समाधान के तौर पर पहाड़ी को मजबूत किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता गोविंद ठाकुर ने बताया कि आधुनिक तकनीक से पहाड़ी को स्थिर किया जा रहा है और यातायात बाधित रहेगा। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।