आजमगढ़ को नशा मुक्त और दहेज मुक्त वाला जिला बनाएं : राज्यपाल

  • राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा…भारत तभी विकसित होगा, जब समाज टीबी मुक्त होगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज जनपद आजमगढ़ को नशा मुक्त और दहेज मुक्त बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त जनपद होना चाहिए, नशे से किसी का भला नहीं होता, जब कोई व्यक्ति नशा करता है तो वह अपने साथ-साथ अपने पूरे परिवार को भी बर्बादी की तरफ ले जाता है। आये दिन मार-पीट, लड़ाई-झगड़े आदि होते रहते हैं, और परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब होती जाती है। उन्होंने कहा कि नशा करने वाले व्यक्तियों को नशा से होने वाली हानियों के बारे में जागरूक करें। नशा करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनको नशा न करने के लिए शपथ दिलाएं। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि नशा मुक्ति के खिलाफ सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें, नशा मुक्ति अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि जहां शराब बनती हैं, उनको बंद कराएं।
उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा बंद होना चाहिए। दहेज प्रथा से घर में लड़की को मारा पीटा जाता है, उसका शोषण किया जाता है। हम सभी को दहेज प्रथा के विरूद्ध खड़ा होकर दहेज प्रथा को बन्द करना होगा, तभी एक विकसित समाज, विकसित राष्ट्र एवं विकसित प्रदेश का निर्माण होगा।

इससे पूर्व उन्होंने आंगनबाड़ी किट, पोषण पोटली, आयुष्मान कार्ड एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान तथा मुद्रा योजना के तहत लाभार्थियों को चेक वितरित किया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को और बेहतर करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों को हेल्थ किट (रुमाल, शीशा, कंघी, नेल कटर आदि) के उपयोग के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां प्रेरित करें। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चों को नेल कटर का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें एवं उनको बतायें कि हफ्ते में एक बार अवश्य नाखून काटना चाहिए। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर बनाने एवं विकसित भारत बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाया जा रहें है, यह तभी सम्भव है, जब हम सभी अपने बच्चों को शिक्षा देंगे, उनको पढ़ने देंगे। उन्होंने कहा कि भारत तभी विकसित होगा, जब हमारा समाज टी0बी0 मुक्त होगा।
राज्यपाल ने कहा कि बाल विवाह एक ऐसी प्रथा है, जिससे एक लड़की का भविष्य खराब होता है, इसको बन्द करने की जरूरत है, यदि कहीं भी कोई व्यक्ति बाल विवाह कराता है, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें एवं पुलिस का दायित्व है कि किसी भी हालत में जनपद के अन्दर बाल विवाह न होने दे।
उन्होंने ने मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि एक बड़े सभागार में कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चियों को आमंत्रित करें एवं स्टेज पर दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न, नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह, हमें जीने दो, हमें पढ़ने दो, आदि के संबंध में खुलकर बोलने का अवसर दें।
राज्यपाल जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को बिन ऋण अधिकतम रू0 05 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। उन्होने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि युवा उद्यमी विकास योजना अन्तर्गत जिन व्यक्तियों को ऋण दिया गया है, उनका फीडबैक अवश्य लें। उन्होंने कहा कि 01 वर्ष बाद पता करें कि ऋण लेने के बाद उस उद्यमी की आमदनी में कितनी प्रगति हुई। उन्होंने कहा कि आज जनपद के 200 आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्री स्कूल किट का वितरण किया गया है। उन्होंने राज्यपाल का जनपद में आगमन पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मण्डलायुक्त विवेक, डीआईजी सुनील कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना, मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण एवं लाभार्थीगण उपस्थित रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई