
लीमा (पेरू) : पेरू की राजनीति में शुक्रवार को रातोंरात बड़ा बदलाव देखने को मिला। संसद ने महाभियोग चलाकर देश की पहली महिला राष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे को पद से हटा दिया। उनके स्थान पर 38 वर्षीय जोस जेरी ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली, जो देश के पिछले एक दशक में सातवें राष्ट्रपति बन गए हैं।
जोस जेरी पेशे से वकील हैं और राजनीति में अपेक्षाकृत नए चेहरे हैं। उन्होंने हाल ही में जुलाई में संसद (कांग्रेस) के अध्यक्ष का पद संभाला था।
सुलह और निष्पक्ष चुनाव का वादा
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद जेरी ने कहा कि उनका लक्ष्य देश में “सुलह स्थापित करना”, बढ़ते अपराध पर नियंत्रण पाना और आगामी अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराना होगा।
संसद में महाभियोग प्रक्रिया
संसद ने बोलुआर्टे पर अपराध रोकने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया। 130 सदस्यीय कांग्रेस में हुई देर रात की बहस और सुनवाई के बाद, 124 सांसदों ने उनके खिलाफ मतदान किया — और किसी ने भी विरोध में वोट नहीं दिया।
यह उनके खिलाफ महाभियोग लाने का नौवां प्रयास था।
बोलुआर्टे को अपने बचाव में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे अनुपस्थित रहीं। इसके बाद संसद ने उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया।
घटनाक्रम के पीछे बढ़ता जनाक्रोश
यह अप्रत्याशित घटनाक्रम राजधानी लीमा में एक संगीत समारोह के दौरान हुई गोलीबारी के कुछ घंटों बाद सामने आया, जिसमें पांच लोग घायल हुए थे। इस घटना ने देश में बढ़ते अपराध को लेकर जनता का आक्रोश और बढ़ा दिया।
जेरी का अप्रत्याशित फैसला
दिलचस्प बात यह है कि जोस जेरी ने कुछ माह पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि यदि बोलुआर्टे के खिलाफ महाभियोग लाया जाता है, तो वे राष्ट्रपति पद नहीं संभालेंगे क्योंकि वे “संवैधानिक संस्थागत व्यवस्था में विश्वास रखते हैं।”
हालांकि, अब परिस्थितियों के चलते उन्हें देश की कमान संभालनी पड़ी है।
डीना बोलुआर्टे ने दिसंबर 2022 में पेरू की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया था।